कोटद्वार-पौड़ी

कोटद्वार में गंदे पानी से प्यास बुझा रहे रोडवेज यात्री

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार।
उत्तराखंड परिवहन निगम के सबसे महत्वपूर्ण कोटद्वार डिपो के वर्कशॉप के गेट के बाहर यात्रियों की सुविधा के लिए बनाई गई पानी की टंकी की सफाई कई वर्षों से नहीं हो पाई है। जिस कारण यात्री गंदा पानी पीने को मजबूर है। भीषण गर्मी में यात्रियों को साफ पानी भी नहीं मिल पा रहा है। मजबूरी में यात्रियों को गंदा और बदबूदार पानी पीना पड़ रहा है। गंदा पानी पीने से यात्री बीमारी का शिकार हो सकते हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहे है। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।
उत्तराखण्ड परिवहन निगम का कोटद्वार डिपो सबसे महत्वपूर्ण है। यहां से प्रतिदिन सैकड़ों यात्री प्रतिदिन बिजनौर, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद, गुड़गांव, जयपुर राजस्थान, चंडीगढ़, अमृतसर, हरिद्वार, देहरादून सहित अन्य शहरों को आवाजाही करते हैं। शादियों के सीजन में तो डिपो से दिल्ली के लिए अतिरिक्त बसों का संचालन करना पड़ता है। सामान्य दिनों में जहां दिल्ली मार्ग पर करीब 22 बसों का संचालन डिपो से होता है तो शादियों के सीजन में 28 से 30 बसों का संचालन दिल्ली मार्ग पर करना पड़ता है। डिपो के वर्क शॉप के मुख्य गेट के बाहर यात्रियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए व्यापार मंडल की ओर से पानी की टंकी स्थापित की गई, किंतु हालत यह है कि यात्रियों के मूलभूत सुविधाओं में से एक पानी आपूर्ति करने वाले टंकी की सफाई नहीं होने के कारण यात्री गंदा पानी पीने को विवश है। यात्री अनजाने में इसी टंकी के पानी से अपनी प्यास बुझा रहे है। टंकी के ऊपर का ढक्कन टूटा होने के कारण टंकी में पेड़ के पत्ते और अन्य गंदगी गिरना स्वाभाविक है। टंकी की हालत ऐसी बनी हुई है कि टंकी के अंदर पेड़ के पत्ते, प्लास्टिक की खाली बोतले पड़ी हुई है। यह गंदगी पानी के माध्यम से उन यात्रियों के शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है जो इस पानी का उपयोग करते हैं।
वर्तमान में जिला प्रशासन ने कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए 26 अप्रैल 2021 से 10 मई तक कोरोना कफ्र्यू लगाया है। जिस कारण स्टेशन में स्थिति अधिकांश दुकानें बंद है। ऐसे में यात्री पानी की टंकी से अपनी प्यास बुझा रहे है, लेकिन टंकी के ऊंपर ढक्कन लगा नहीं होने के कारण इनमें पेड़ के पत्ते और कचरे की परत जमी हुई है। उधर, जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एलसी रमोला का कहना है कि जल्द ही पानी की टंकी की सफाई करा दी जायेगी।

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