जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जनसंख्या समाधान फाउंडेशन ने केन्द्र सरकार से जनसंख्या विस्फोट से उत्पन्न संसाधन, सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरण संकट द्वारा राष्ट्र को संभावित गृह युद्ध से बचाने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून बिल संसद से पारित करने और लागू करने की मांग की है। फाउंडेशन ने उप जिलाधिकारी योगेश मेहरा के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ज्ञापन भेजा है।
अनिल चावला, विकास पंत, अमित अग्रवाल ने कहा कि भारत की जनसंख्या आज 135 करोड़ को पार कर चुकी है। कम क्षेत्रफल होने के बावजूद इतनी अधिक आबादी का ही परिणाम है कि उपलब्ध प्राकृतिक संसाधन बहुत तेजी से कम पड़ते जा रहे हैं। सामाजिक, आर्थिक एवं पर्र्यावरणीय स्थितियां विस्फोटक होती जा रही हैं। जिससे अधिकतम दो बच्चों का कानून बना कर लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि टाइम्स हायर एजुकेशन ऑफ लंदन संस्था ने सर्वे में मानव अस्तित्व को सबसे बड़ा खतरा बढ़ती जनसंख्या व प्रदूषण से बताया है। भारत के परिक्षेक्ष्य में यह खतरा और अधिक गंभीर हो जाता है, क्योंकि विश्व के केवल 2.4 प्रतिशत भू-भाग में विश्व की कुल जनसंख्या का 17.74 प्रतिशत भार वहन कर रहे है। कम क्षेत्रफल होने के बावजूद इतनी अधिक आबादी का ही परिणाम है कि उपलब्ध प्राकृतिक संसाधन बहुत तेजी से कम पड़ते जा रहे है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को तत्काल जनसंख्या नियंत्रण के लिए संसद में बिल लाकर पारित करना चाहिए, जिसमें कठोरतम प्रावधान किए जाएं।