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जयन्त की खबर का असर: कोटद्वार में सहकारी समिति की भूमि खुर्द-बुर्द मामले की प्रशासन ने जांच शुरू की

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। दैनिक जयन्त के 18 अगस्त 2020 के अंक में कोटद्वार में सहकारी समिति की भूमि खुर्द-बुर्द: कब्जे को लेकर मची होड़ नामक शीर्षक से प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। जांच का जिम्मा तहसीलदार कोटद्वार को सौंपा गया है।
आयुर्वेदिक फार्मेसी औद्योगिक उत्पादन सहकारी समिति लिमिटेड कोटद्वार के नाम पर स्थान कालाबड पट्टी सुखरौ तहसील कोटद्वार के खतौनी खाता संख्या-70 खेत संख्या-173/1 रकवा 0.6150 हेक्टेयर श्रेणी 1-ख/ऐसी भूमि जो गर्वनमेन्ट ग्रान्ट एक्ट के अन्तर्गत प्रशासन द्वारा स्टेडियम निर्माण के लिए उसकी जमीन के अधिग्रहण के बदले दी गई थी। असिस्टेंट कलेक्टर प्रथम श्रेणी कोटद्वार के आदेश उजिलाधिकारी कोटद्वार 13 फरवरी 2006 में उक्त भूमि आयुर्वेदिक फार्मेसी औद्योगिक उत्पादन सहकारी समिति लिमिटेड कोटद्वार के नाम संक्रमणीय भूमिधर अंकित करवा दी गई थी। समिति के अध्यक्ष, सचिव के द्वारा गैरकानूनी तौर से उक्त भूमि में से मुबलिक एक लाख छब्बीस हजार रूपये में रकवा 0.015 हे0 भूमि का रकवा क्रेता दर्शन सिंह पुत्र गबर सिंह निवासी ग्राम हिटोली पटटी बिचला बदलपुर तहसील लैंसडौन गढ़वाल को 19 फरवरी 2011 को सब रजिस्ट्रार कोटद्वार से मिलकर बयनामा संख्या 317, संख्या 121-130 में दस्तावेज संख्या 619 पर 26 फरवरी 2019 को क्रेता के नाम पर स्वीकृत होकर खतौनी खाता में दर्ज हो चुका है। इस प्रकार इनके द्वारा अन्य कई व्यक्तियों के नाम पर रजिस्ट्री की गई है। जिसका दााखिल खारिज तहसीलदार कोटद्वार के द्वारा स्वीकृत किया गया है। अगस्त माह में इस जमीन को गलत तरीके से बेचने का मामला प्रकाश में आया। इस मामले की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी का जा चुकी है।
उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि आयुर्वेदिक फार्मेसी औद्योगिक उत्पादन सहकारी समिति लिमिटेड कोटद्वार के नाम पर दर्ज जमीन की जांच शुरू कर दी है। तहसीलदार को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। जमीन से संबंधित सभी दस्तावेजों की जांच की जायेगी।

समिति पर क्या है आरोप
गिवई स्रोत निवासी नीरज देवी पत्नी दिलबहादुर ने अगस्त माह में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को भेजे पत्र में कहा कि कालाबड पट्टी सुखरौ स्थित सरकारी भूमि पर उनकी झोपड़ी कई सालों से काबिज है। उक्त भूमि आयुर्वेदिक फार्मेसी औद्योगिक उत्पादन सहकारी समिति लिमिटेड कोटद्वार के द्वारा अवैध तरीके से सरकार को गुमराह करके बेची गई है। जिनके दाखिल खारिज को तुरन्त निरस्त कर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जानी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपने गिरोह के साथ मौके पर एकत्रित होकर उनके बने हुए निर्माण को गैरकानूनी तरीके से तोड़कर हड़पना चाहते है।

समिति के सदस्य ने किस पर लगाया आरोप
आयुर्वेदिक फार्मेसी औद्योगिक उत्पादन सहकारी समिति लिमिटेड कोटद्वार के रामनगर निवासी सदस्य जीएस बिष्ट ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को अगस्त माह में पत्र लिखकर नगर निगम कोटद्वार के एक पार्षद पर आरोप लगाया कि लॉकडाउन के दौरान कुछ बाहरी असामाजिक किस्म के लोगों से लाखों रूपये की मोटी धनराशियां लेकर समिति द्वारा बेची गई भूमि के क्रेताओं को गाली-गलौज और मारने पीटने की धमकी देकर उन्हें वहां से भगाकर जमीनों पर कब्जा कर रहा है। समिति के सदस्य जीएस बिष्ट ने कहा कि समिति के बोर्ड ने समिति के हित में जमीन बहने/अतिक्रमण आदि को देखते हुए रिखणीखाल विकासखंड के लोगों को भूमि विक्रय की है। जिस पर उक्त पार्षद के साथ अन्य लोग कब्जा करने के लिए आपराधिक वारदात कर रहे है।

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