जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर गढ़वाल। श्रीनगर से लगभग आठ किलोमीटर दूर फरासू हनुमान मंदिर के पास दोपहर में एक व्यक्ति अचानक जीप से उतरा और श्रीनगर जलविद्युत परियोजना की अलकनंदा नदी पर बनी झील में छलांग लगा दी। एसडीआरएफ और श्रीनगर कोतवाली के गोताखोरों ने झील में उक्त व्यक्ति की तलाश की, लेकिन देर शाम तक उसका पता नहीं चल सका।
श्रीनगर कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि हनुमान मंदिर के पास एनएच के भूस्खलन जोन पर हो रहे कार्य के कारण पुलिस ने वहां पर यातायात को वन वे किया हुआ है। मंगलवार दोपहर में जैसे ही ऋषिकेश की ओर से आ रही एक जीप वहां पर रुकी कि उसमें से एक व्यक्ति अचानक उतरा और अपने झोले के साथ झील की ओर दौड़ लगाते हुए छलांग लगा दी। इस घटना से सवारियों में हड़कंप मच गया। कोतवाल ने बताया कि जानकारी लेने पर झील में छलांग लगाने वाले व्यक्ति की पहचान ग्राम बस्ता अगस्त्यमुनि रुद्रप्रयाग निवासी 42 वर्षीय महेंद्र बुटोला के रूप में हुई। इस व्यक्ति के भाई से कोतवाल ने मोबाइल फोन पर बात की तो उसने बताया कि उसका भाई मानसिक रूप से कुछ परेशान था। टैक्सी चालक और जीप में बैठे अन्य व्यक्तियों ने भी पुलिस को बताया कि ऋषिकेश में इस व्यक्ति को उसके भाई ने टैक्सी में बैठाकर कहा था कि इसे अगस्त्यमुनि में उनके गांव के संजू ड्राइवर से मिलवा दे। वह इसे गांव ले जाएगा। ऋषिकेश से घटना स्थल तक जीप में बैठे-बैठे वह देवता के नाम पर कुछ न कुछ बड़बड़ाता ही रहा। कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि जब यह व्यक्ति टैक्सी से आ रहा था तो उसने मोबाइल फोन पर अपनी मां से भी बात की थी, जिस पर उसकी मां ने उसी मोबाइल फोन से जीप चालक से बात कर कहा था कि उसका लड़का परेशान है उसे अगस्त्यमुनि में अकेले नहीं छोड़ें और उसे संजू ड्राइवर को ही सौंप दें।