जिले के 150 प्राकृतिक जल स्रोतों का होगा संरक्षण एवं सौंदर्यीकरण

Spread the love

नई टिहरी। जल संरक्षण को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण ने नई मुहिम की शुरुआत की है। इसके तहत जिले के 150 प्राकृतिक जल स्रोतों को बिना छेड़छाड़ उनका संरक्षण एवं सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसकी शुरुआत करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष ने भिलंगना के फलेंगा गांव में इसकी शुरुआत करते हुए धारे का उद्घाटन किया। फलेंडा गांव में प्राकृतिक धारे का संरक्षण का इसका बुधवार को विधिवत उद्घाटन करने के साथ ही ग्रामीणों को अपने प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण को जागरूक किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण ने कहा कि वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिंग के चलते प्राकृतिक पेयजल स्त्रोत या तो सूख गए हैं या फिर इनमें पानी की मात्रा लगातार कम होती जा रही है, जिसके चलते भविष्य में पानी का संकट बढ़ जाएगा। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में पीढ़ी दर पीढ़ी बहते आ रहे जल स्रोतों, धारों को बिना छेड़छाड़ किए उनका संरक्षण जरूरी है। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण कई बार पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो जाती है और पानी की आपूर्ति बाधित हो जाती है ऐसे में गांव के धारे ही महत्वपूर्ण साबित होते हैं। उन्होंने बताया कि इस धारे से गांव के 200 परिवारों को लाभ मिलेगा। साथ ही इसके निर्माण, सौंदर्यीकरण, संरक्षण के कार्य में 60 प्रतिशत ग्रामीणों को रोजगार मुहैया हुआ है। क्षेत्रीय विधायक शक्ति लाल शाह ने कहा कि ग्रामीणों को अपने प्राकृतिक स्त्रोतों को बचाने के लिए जागरूक होना होगा। धारे को देखने के लिए जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव भी यहां पहुंची और इस कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक जल स्त्रोतों का संवर्धन व संरक्षण होना जरूरी है। इस मौके पर स्त्रोत के आस-पास देवदार आदि पौधारोण भी किया गया। कार्यक्रम में ब्लाक प्रमुख बसुमती घणाता, जिपं सदस्य रघुवीर सजवाण, केदार बत्र्वाल, प्रधान भारती सजवाण, पूजा बिष्ट, एसडीएम संदीप तिवारी आदि मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *