जंगल की आग बुझाने वाले 25ग्रामीणों को किया सम्मानित
बागेश्वर। तहसील के सीमा गांव में फायर सीजन में जंगल की आग बुझाने वाले 25ग्रामीणों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी बलवंत सिंह शाही ने कहा कि वनों की आग को बुझाने के लिए सभी को आगे आना होगा।इस अवसर पर उन्होंने सीमा गांव में गुलदार को पकड़ने के लिए अपने मातहतों को पिजड़ा लगाने के निर्देश भी दिए। वन पंचायत सीमा के तत्वावधान में स्थानीय हरज्यू मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डीएफओ बलवंत सिंह शाही ने कहा कि वन हमारी अमूल्य संपदा है।वन सुरक्षित रहेंगे तो हमारा जीवन भी सुरक्षित रहेगा।उन्होंने वनों की आग पर चिता व्यक्त करते हुए कहा कि जंगलों में आग लगाने से प्रतिवर्ष लाखों की वन संपदा नष्ट हो रही है।जिसके परिणामस्वरुप जैव विविधता का ह्रास हो रहा है और हमारे जीवन का अस्तित्व पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।उन्होंने कहा कि वनों में आग लगने से जंगली जानवर भी आबादी की ओर आ रहे हैं।जिससे आए दिन मासूम बच्चे उनका शिकार बन रहे हैं साथ मानव वन्यजीव संघर्ष भी बढ़ता जा रहा है।उन्होंने ग्रामीणों से वनों को बचाने और समय-समय पर पौधारोपण करने की अपील की।उन्होंने वृक्षप्रेमी दिनेश लोहनी द्वारा किए जा रहे पौधारोपण जी सराहना की।इस मौके पर डीएफओ शाही ने फायर सीजन में जंगलों की आग बुझाने वाले पच्चीस ग्रामीणों को दो- दो सौ की धनराशि प्रदान कर सम्मानित किया।इस मौके पर उन्होंने ग्रामीणों को अपनी ओर से मोमबत्ती के पैकेट वितरित कर दीपावली की बधाई दी।वन पंचायत के आय-व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत करते हुए वन पंचायत के सरपंच दिनेश लोहनी ने कहा कि जिन ग्रामीणों को इस बार धनराशि नहीं मिल पाई, उन्हें अगले वित्तीय वर्ष में धनराशि दी जाएगी।इस मौके पर डीएफओ ने ग्रामीणों के साथ तिमुल, पदम, बेलपत्री समेत अनेक प्रजाति के पौधे रोपे।इस दौरान रेंजर सुरेंद्र नेगी, वन पंचायत सरपंच दिनेश लोहनी, प्रेम राम, गिरीश चंद्र, कमला पंत, नन्दी लोहनी, गीता देवी, विमला पांडे, भागुली देवी, कलावती देवी, पुष्पा देवी आदि मौजूद थे।