कल होगा 22 केन्द्रों पर कोविड वैक्सीनेशन का द्वितीय चरण का ट्रायल
जयन्त प्रतिनिधि।
चमोली। कोविड वैक्सीनेशन को लेकर जिले में 12 जनवरी को 22 केन्द्रों पर दूसरे चरण का ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) किया जाएगा। जिला चिकित्सालय गोपेश्वर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चमोली तथा उपजिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में आनलाईन विडियो कान्फ्रेंस के द्वारा निगरानी से टीकाकरण सत्र को परखा जायेगा। इसके लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण की पूरी तैयारी कर दी है। टीकाकरण के पहले चरण मे कुल 3699 हेल्थ वर्करों के टीकाकरण का लक्ष्य है। इससे पूर्व 8 जनवरी को जिला अस्पताल सहित जिले के सभी 10 स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहला ड्राई रन पूरी तरह सफल रहा।
जानकारी देते हुए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि दूसरे चरण का अभ्यास मंगलवार को 12 अन्य केन्द्रों सहित 22 केन्द्रों में किया जाएग, जिसमें कोल्डचेन की व्यवस्थाओं, कोल्डचेन प्वाइंट से बूथ तक वैक्सीन पहुंचाने, टीकाकरण, निगरानी कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष की व्यवस्थाओं को परखा जायेगा। कोविड वैक्सीनेशन पूर्वाभ्यास के लिए शासन की गाइड लाइन के अनुसार जिला प्रशासन ने जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्टे्रट, पर्यवेक्षक तथा हेल्थ वर्कस की पर्याप्त संख्या में तैनाती करते हुए वैक्सीनेशन की पूरी व्यवस्था की गई है। जनपद के इन 22 केन्द्रों में 3579 सरकारी तथा 120 निजी अस्पतालों के हेल्थ वर्करो का डाटा तैयार कर लिया गया है। प्रत्येक टीकाकरण केन्द्र में निम्न चरण के अनुसार टीकाकरण किया जायेगा, जिसके लिए ऑफिसरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
वैक्सीनेशन ऑफिसर प्रथम का कार्य प्रतीक्षा कक्ष में आने वाले लाभार्थियो का फोटो युक्त पहचान पत्र की जांच कर के पंजीकरण करने का कार्य किया जायेगा। वैक्सीनेशन ऑफिसर द्वितीय का कार्य कोविन सिस्टम के लिए फोटो युक्त दस्तावेजो तथा लाभार्थियों की पहचान कर उनका का सत्यापन करना। वैक्सीनेशन ऑफिसर तृतीय का कार्य निरीक्षण कक्ष में टीकाकरण के बाद लाभार्थी को 30 मिनट में निगरानी के दौरान होने वाले प्रतिकूल प्रभाव के लक्षण दिखायी देने, भीड प्रबंधन हेतु जिम्मेदार होगे, तथा अपंजीकृत लाभार्थियों का सामाधान कराना। वैक्सीनेटर ऑफिसर की जिम्मेदारी है कि लाभार्थियो का टीकाकरण कर के उनके दस्तावेजो का रिकॉर्ड रखते हुए आगे रिपोर्ट करना और लाभार्थी को कोविड-19 टीकाकरण का मुख्य संदेश बताना। पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी होगी कि वो 3 से 5 सीजन साइट का पर्यवेक्षण करना। वेक्सीन तथा सभी सामाग्री की उपलब्धता को सुनिश्चित करना। समय पर डाटा को तैयार करके रिपोर्टिग करना।