शवों पर भी कालाबाजारी का कारोबार, लगानी पड़ी रेट लिस्ट
हरिद्वार । धर्मनगरी हरिद्वार में कोरोना काल में लालची लोग आपदा को अवसर में बदलने से नहीं चूक रहे हैं। कोविड मरीजों के इलाज, दवा और एंबुलेंस किराये में लूट मची है। श्मशान घाटों में शव जलाने के लिए लकड़ी और फूस की मनमानी कीमतें वसूली जा रही हैं।
दाह संस्कार करवाने वाले ब्राह्मणों ने दक्षिणा को भी कारोबार बना दिया है। आलम यह है कि लोगों की शिकायत पर पुलिस को श्मशान घाट में रेट लिस्ट लगानी पड़ी। यही नहीं दाह संस्कार करवाने के एवज में 5100 रुपये वसूलने वाले युवक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
कोरोना बेकाबू होने से अस्पतालों में मरीजों के इलाज और श्मशान घाटों में चिताएं जलाने के लिए वेटिंग है। दवाइयों, अक्सीजन, इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है। बाजार में इम्युनिटी बूस्टर कई गुना महंगे हो गए हैं। श्मशान घाट तक इस लूटमार से नहीं बचे हैं।
लकड़ी और फूस मनमानी कीमत पर बेची जा रही है। मृतकों के परिजन लूटमार के शिकार होने को मजबूर हैं। श्मशान घाटों पर लगातार मिल रही शिकायतों के बाद कनखल थाना पुलिस को कनखल श्मशान घाट के बाहर रेट लिस्ट लगानी पड़ी है।