दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को बदनाम करने की गहरी साजिश: कालका, काहलों

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नई दिल्ली। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार हरमीत सिंह कालका और महासचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में जर्मनजीत सिंह नाम के व्यक्ति द्वारा लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बेतुके और बेबुनियाद आरोप हैं जो किसी नशाग्रस्त व्यक्ति द्वारा लगाए गए है जिसका मुख्यउद्देश्य दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को बदनाम करना है।
आज यहां एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सरदार कालका और सरदार काहलों ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो सिख समुदाय की नुमाईंदा जत्थेबंदी दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को बदनाम करने की गहरी साजिश है। भारत सरकार ने दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी को विदेशों से फंड प्राप्त करने के लिए एफसीआरए की मंजूरी दी थी, जिसके तहत अब तक लगभग साढ़े 16 करोड़ रुपये प्राप्त हो चुके हैं।उन्होंने कहा कि एफसीआरए के तहत दो प्रकार के खाते होते हैं, जिनमें से एक पैसा प्राप्त करने के लिए और दूसरा खर्च करने के लिए होता है। एक-एक रुपये को पारदर्शी तरीके से प्राप्त व खर्च किया जाता है।सोशल मीडिया वायरल वीडियो में कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा पर 10 हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी के लगाए गए आरोपों का मखौल उड़ाते हुए सरदार कालका व सरदार काहलों ने कहा कि जो सरना बंधू आज कमेटी को बदनाम करने पर लगे हैं क्या वह नहीं जानते कि कमेटी के बैंक खाते किस प्रकार चलाए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि वीडियो में व्यक्ति आई.सी.आई.सी.आई बैंक खाते के बारे में बात कर रहा है जबकि कमेटी के पास ऐसा कोई खाता नहीं है, जो भी कमेटी के खाते हैं वह समूची संगत के सामने हैं तथा एक-एक पैसे का हिसाब रखा गया है। वित्तीय वर्ष के अंत में कमेटी पदाधिकारियों के हस्ताक्षर के बाद पूरा विवरण बनाकर आयकर विभाग को सौंपा जाता है।सरना पर हमला करते हुए सरदार कालका और सरदार काहलों ने कहा कि हमने पहले ही श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से अनुरोध किया है कि सभी खाते और रिकॉर्ड संगत के सामने हैं। इसलिए कमेटी को बदनाम करने वाले सरना बंधुओं से जवाब-तलब किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि आरोपी व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है. उन्होंने उक्त व्यक्ति समेत सरना बंधुओं को चुनौती दी कि अगर वे आरोप साबित कर देंगे तो वे दोषी होंगे और यदि साबित नहीं कर पाये, तो अदालत में मानहानि का मुकदमा झेलने के लिए तैयार रहें.सरदार कालका और सरदार काहलों ने सरदार हरजोत बैंस द्वारा लगाए गए आरोपों पर मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सरदार बैंस सहित समूचे विरोधियों को चुनौती देते हैं कि वे जब चाहें अपने सी.ए साथ लेकर खातों की जांच कर सकते हैं यदि खातों में कोई भी नुक्स निकल गया तो वह संगत के प्रति उत्तरदायी होंगे यदि कोई नुक्स नहीं निकला तो फिर मानहानि का मुकद्दमा झेलने के लिए भी तैयार रहें।
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