कैमरे में कैद नहीं हुआ गुलदार, वन विभाग ने बदली पिंजरे की लोकेशन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। दुगड्डा ब्लॉक के ग्राम गोदी बड़ी में इन दिनों गुलदार की दहशत बनी हुई है। विगत 10 अप्रैल को गुलदार ने एक चार साल की मासूम बच्ची को मार डाला था। वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाये और गुलदार पर निगरानी रखने के लिए कैमरे लगाये, लेकिन गुलदार गांव के आसपास दिखाई नहीं दिया। वहीं लोगों में दहशत बनी हुई है। गांव में वन विभाग की टीम डेरा जमाये हुए है। वन विभाग ने पिंजरे को दूसरे स्थान पर लगा दिया है। वन विभाग ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है।
बता दें कि बीती 10 अप्रैल को देर सांय ग्राम गोदी बड़ी निवासी चंद्रमोहन डबराल की चार साल की बिटिया आकांक्षा उर्फ माही गांव के ही अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। इसी दौरान झाड़ी में घात लगाये बैठे गुलदार ने अचानक आकांश पर हमला कर दिया और झाड़ी की ओर ले जाने लगा, तभी बच्चों व ग्रामीणों ने शोर मचाया, जिसके बाद गुलदार आकांक्षा को छोड़कर जंगल की ओर चला गया था। गंभीर हालत में आकांक्षा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा में लाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। गत रविवार को वन विभाग ने गांव में गुलदार को पकड़ने के लिए दो पिंजरे व गुलदार पर नजर रखने के लिए तीन कैमरे लगाये। वहीं वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने मृतका के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी थी। वन मंत्री ने मृतका के परिजनों को एक लाख रूपये की सहायता राशि दी थी। दुगड्डा रेंज के रेंजर किशोर नोटियाल ने बताया कि रविवार को गुलदार गांव के आसपास नहीं दिखाई दिया। गांव की सीमा में लगाये गये कैमरों में गुलदार नजर नहीं आया। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के आग्रह पर एक पिंजरे को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से सतर्क रहने को आह्वान किया है। वन विभाग की टीम पूरे गांव में गश्त कर रही है। गुलदार को पकड़ने तक टीम गांव में ही मौजूद रहेगी।