कनलगड़घाटी पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
बागेश्वर। डिप्थीरिया रोग से पीड़ित कनलगड़घाटी में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। यहां टीम ने छह घंटे में 101 लोगों का स्वास्थ्य जांचा। इसमें से सात लोगों में बुखार की शिकायत मिली। टीम ने उन्हें दवा बांटी। टीम ने चचई गांव को मुख्य रूप से फोकस किया। डॉक्टरों के दल ने ग्राम प्रधान से लेकर पीड़ित परिवार के लोगों से मिले। सभी को खानपान में सतर्कता बरतने का सुझाव दिया। मालूम हो कि दो महीने से कनलगड़घाटी के चचई, जगथाना, पुड़कुनी और कन्यालीकोट में डिप्थीरिया रोग का संक्रमण है। इस रोग से चचई में छह और जगथाना में छह मासूम अपनी जान गंवा बैठे हैं। पिछले तीन दिन में रोगियों की संख्या एकाएक बढ़ने लगी है। इससे दहशतजदा ग्रामीणों ने शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ गांव में बेहतर स्वास्थ्य टीम भेजने की मांग को लेकर सीएमओ कार्यालय पर धरना दिया। जिन लोगों के सेंपल जांच के लिए भेजे हैं उनकी रिपोर्ट मंगाने की मांग की। सीएमओ ने जल्द गांव में टीम भेजने का आश्वासन दिया, इसके बाद ग्रामीण शांत हुए। रविवार को डिप्टी सीएमओ जंगपांगी के नेतृत्व में बाल रोग विशेषज्ञ मनीष पंत, सीएचसी कपकोट के चिकित्साधिकारी डॉ. बृजेश रावत, डॉ. जीतेश के अलावा आरबीएसके टीम के दीपक, फार्मासिस्ट पूनम खेतवाल, एएनएम की टीम कनलगड़घाटी पहुंची। टीम ने मुख्य रूप से चचई में अधिक समय बिताया। यहां उन्होंने 101 लोगों की स्वास्थ्य जांच की। डॉ. जंगपांगी ने बताया कि इसमें से सात लोगों में बुखार की शिकायत मिली। उन्हें दवा दे दी गई है। ग्रामीणों से स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने और तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टरों से संपर्क करने को कहा गया है। मंडलसेरा में भी चलाया जागरूकता अभियानबागेश्वर। अज्ञात गलघोटू बीमारी को देखते हुए मंडलसेरा के उत्तरी वार्ड में रहने वाले चचई के ग्रामीणों को भी जागरूक किया गया। वार्ड में चचई और आसपास के गांवों के कई ग्रामीण रहते हैं। जिनका घर आना-जाना लगा रहता है। इसे देखते हुए नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी राजदेव जायसी के नेतृत्व में जागरूकता अभियान चलाया गया। ग्रामीणों को बीमारी के लक्षण और बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्हें वार्ड में लगने वाले कोरोना परीक्षण शिविर में भी अनिवार्य रूप से जांच कराने को प्रेरित किया गया। इस मौके पर सभासद कैलाश आर्या, सफाई निरीक्षक रजत कुमार, एएनएम गीता आर्या, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां भी मौजूद रहीं।