कर्मचारियों ने किया मोबाइल ऐप उपस्थिति की अनिवार्यता का विरोध
चम्पावत। कर्मचारियों ने मोबाइल ऐप उपस्थिति की अनिवार्यता का विरोध किया है। इस संबंध में कर्मचारियों ने सोमवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने मोबाइल ऐप की बाध्यता खत्म नहीं करने पर कार्यालयों में तालाबंदी करने की धमकी दी। बाद में कर्मचारी संगठनों ने एडीएम के जरिए डीएम को ज्ञापन भेजा। कर्मचारियों ने कहा कि जिले के कई इलाकों में नेटवर्क ठीक से कार्य नहीं कर रहा है। इस वजह से मोबाइल ऐप से उपस्थिति दर्ज कराना संभव नहीं है। कहा कि ऐप में किसी कर्मचारी की उपस्थिति अन्य कर्मी के नाम दर्ज हो रही है। इससे कर्मचारियों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। ऐप सुरक्षित नहीं होने से गोपनीयता भंग होने की आशंका बनी हुई है।ज्ञापन में कहा गया है कि शासनादेश में सेवा संघों के साथ तीन माह में बैठक कर चर्चा करने का प्रावधान किया गया है। ऐसा नहीं किए जाने से प्रशासन और सेवा संघों के बीच संवादहीनता बन रही है। प्रदर्शन करने वालों में फेडरेशन जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सौन, प्राशिसं जिलाध्यक्ष गोविंद बोहरा, कर्मचारी संयुक्त परिषद जिलाध्यक्ष भूपेंद्र प्रकाश जोशी, जूहाशिसं अध्यक्ष रमेश सिंह देव, महामंत्री जीवन ओली, बंशीधर थ्वाल, एसएस सिद्दीकी, नवीन देउपा, पान सिंह मेहता, जगदीश अधिकारी, भूपाल सिंह रावत, जगदीश अधिकारी मौजूद रहे।