पूर्व सैनिकों की समस्याओं के निराकरण में लापरवाही सहन नहीं : डीएम
बागेश्वर। डीएम विनीत कुमार ने कहा कि सैनिकों की जिला स्तर पर जो भी समस्याएं आती हैं। उन्हें दूर करना हर अधिकारी की नैतिक जिम्मेदारी है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। यह बात उन्होंने जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास सैनिक परिषद की त्रैमासिक बैठक में कही। कलक्ट्रेट सभागार में सोमवार को बैठक में भूतपूर्व सैनिकों, वीर सैनिक और वीर नारियों की समस्याओं पर चर्चा हुई। डीएम ने भूतपूर्व सैनिकों और उनकी वीर नारियों से जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को लिखित रूप में देने को कहा। साथ ही सैनिक कल्याण अधिकारी को लिखित समस्याओं को संबंधित विभाग को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने आश्वस्त किया कि जिला स्तर की जो भी समस्याएं बताई गई हैं उनका तत्परता के साथ निराकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों की कपकोट में सीएसडी कैंटीन खोलने की मांग पर कहा कि सैनिकों द्वारा दान की गई जमीन पर भवन निर्माण हो गया है, जिसमें आर्मी अधिकारियों के निरीक्षण और उनकी संस्तुति पर कार्रवाई की जाएगी। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ले.कर्नल जीएस बिष्ट ने भूतपूर्व सैनिकों एवं वीर नारियों को सरकार से संचालित योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों एवं सैनिक विधवाओं को के दो बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाती है। इसमें राज्य सरकार चार लाख, 76 हजार तथा केन्द्र सरकार 10 हजार का अनुदान देती है, पुत्री विवाह को राज्य सरकार से छह लाख तथा केंद्र सरकार से दो लाख का अनुदान दिया गया है। द्वितीय विश्व युद्ध के पेंशनरों को 69 लाख 25 हजार की धनराशि उपलब्ध कराई गयी है। इसी प्रकार वीर चक्र के लिए चार लाख 50 हजार, अशोक चक्र, कीर्ति चक्र एवं शौर्य चक्र के लिए सात लाख तथा सेना मेडल एवं मैन्सन डिस्पेंच के लिए 22 लाख 36 हजार की धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के लिए सम्मानजनक अंत्येष्टि (दाह संस्कार) को 17 हजार का अनुदान दिया जाता है, जिसमें आठ लाख 26 हजार की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। यहां एसडीएम बागेश्वर राकेश चंद्र तिवारी, कपकोट प्रमोद कुमार, गरुड़ जयवर्द्धन शर्मा, कांडा योगेंद्र सिंह, सीएमओ डॉ. बीडी जोशी, प्रभारी मुख्य शिक्षा अधिकारी रमेश चन्द्र मौर्य, लीड बैंक अधिकारी एनआर जोहरी, सहायक सैनिक अधिकारी रमेश चंद्र तिवारी आदि मौजूद रहे।