केदारनाथ में धरना दे रहे तीर्थपुरोहित की बिगड़ी तबीयत, एयर एंबुलेंस से पहुंचाया एम्सय तीन महीने से हैं आंदोलनरत
देहरादून। केदारनाथ धाम में 12 जून से अर्धनग्न होकर देवस्थानम बोर्ड और केदारनाथ मास्टर प्लान के विरोध में धरना दे रहे तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें पेट में दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद केदारसभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला की शासन-प्रशासन को इसकी सूचना दी। एयर एंबुलेंस के जरिए तीर्थ पुरोहित कोाषिकेश एम्स पहुंचाया गया। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल के मुताबिक संतोष त्रिवेदी का चिकित्सकों ने परीक्षण किया, तो उनको पथरी की शिकायत थी। यहां उपचार के बाद उन्हें टुट्टी दे दी गई है। दस दिन बाद उन्हें दोबारा परीक्षण के लिए बुलाया गया है। गौरतलब है कि, तीर्थपुरोहित त्रिवेदी पिछले तीन महीने से केदारनाथ में धरना दे रहे हैं और एक ही समय भोजन ले रहे हैं।
केदारनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड के साथ ही मास्टर प्लान के विरोध में तीर्थपुरोहितों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। आचार्य संतोष त्रिवेदी करीब तीन महीने से धाम में प्रतिदिन अर्धनग्न अवस्था में धरना देते आ रहे हैं। उनके साथ तीर्थपुरोहित रमाकांत शर्मा भीाषिकेश पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें आपातकालीन वर्ड में भर्ती कराया गया है। वहीं, केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि सरकार उनकी मांगों की घोर अनदेखी कर रही है। देवस्थानम बोर्ड और मास्टर प्लान का जब तक निर्णय सरकार द्वारा वापस नहीं लिया जाता है, आंदोलन जारी रहेगा।
उनका ये भी कहना है कि अगर सरकार इसी तरह उनकी अनदेखी करती है तो यह आंदोलन राष्ट्रीय स्तर पर ले जाया जाएगा। वहीं, आज धरना देने वालों में केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला, विमल तिवारी, रोशन तिवारी, पवन तिवारी, समीर कुमार, सौरभ शुक्ला, मुकेश तंगवान आदि मौजूद थे।