केदारनाथ से पांच हवाई कंपनियों ने समेटा बोरिया बिस्तर
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ के कपाट बंद होने से पांच दिन पहले ही पांच हवाई कंपनियों ने अपना बोरिया-बिस्तर समेट लिया है। अन्य कंपनियां भी जाने की तैयारी में हैं। केदारनाथ धाम के कपाट भैया दूज को बंद होते हैं, लेकिन यात्रियों की संख्या कम होने के कारण हवाई कंपनिया हेली सेवा बंद कर रही हैं। उधर, बर्फबारी के चलते पेयजल लाइन जमने से केदारनाथ धाम में यात्रियों को पेयजल की किल्लत से दो-चार होना पड़ रहा है। केदारनाथ में इन दिनों माइनस तीन डिग्री तक तापमान बना है, जिससे सुबह व शाम को कड़ाके की ठंड पड़ रही है। लगभग तीन हजार यात्री प्रतिदिन केदारनाथ पहुंच रहे हैं। कड़ाके की ठंड पड़ने से धाम में पेयजल किल्लत गहरा गई है। पेयजल लाइन बर्फ के चलते जम गई है, जिससे इन पर पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। अभी यात्रा को लगभग पांच दिन शेष है, ऐसे में यह समस्या आने वाले दिनों में और गंभीर हो जाएगी। जल संस्थान के अधिशासी अभियंता संजय सिंह ने बताया कि नलों में भी पानी जमने से दिक्कत आ रही है, बावजूद इसके पेयजल सुचारू करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। वहीं यात्रा लगभग समाप्ति पर है, जिससे हवाई कंपनियों भी लौट रही है। वर्तमान में नौ हवाई कंपनियां केदारनाथ के लिए सेवाएं दे रही हैं, जिनमें से पांच कंपनियां बोरिया-बिस्तर बांधकर लौट चुकी हैं। अन्य हवाई कंपनियां भी एक-दो दिन में लौट जाएंगी। आगामी 16 नवंबर को केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। नोडल अधिकारी हवाई सेवा केएस पंवार ने बताया कि पांच हवाई कंपनियां लौट चुकी हैं, यात्रियों की संख्या कम हो रही है, इसलिए अन्य हवाई कंपनियां भी केदारनाथ के लिए हवाई सेवा बंद कर देंगी।