उत्तराखंड

शिक्षा के साथ स्किल विकास पर ध्यान दे केंद्रीय विद्यालय

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बागेश्वर। जिलाधिकारी ने केंद्रीय विद्यालय कौसानी के प्रधानाचार्य को निर्देश दिए कि कोरोना काल में माता-पिता को खो चुके दस बच्चों को अनिवार्य रूप से प्रवेश दें। शिक्षा के साथ मरल व स्किल विकास पर ध्यारन दें। लाइब्रेरी में प्रतियोगिता पुस्तकों के साथ महापुरुषों की किताबें भी रखें। इसमें किसी तरह की लापरवाही न बरतें। यह निर्देश उन्होंने शुक्रवार को विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक में दिए। जिलाधिकारी ने स्कूल में पेयजल की कमी दूर करने के लिए 1़5 लाख रुपये देने की घोषणा की। इस लिए उन्होंने अवर अभियन्ता जल संस्थान को शीघ्र प्रस्ताव आंगणन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बच्चों की खेल के लिए फील्ड में ओपन बेटमिंटन एवं बास्केट बाल कोर्ट बनाने हेतु फील्ड को समतल कर सीमेंट करने व फील्ड के नीचे की ओर दीवार बनाने के निर्देश लोनिवि को दिए। विद्यालय में समय-समय पर हैल्थ र्केप लगाने तथा बच्चों को हाईजीन के बारे में नियमित जानकारी देने के निर्देश दिए। विद्यालय में रेन वाटर हारवेस्टिंग टैंक बनाने के निर्देश लोनिवि को दिए। आंगणन जल्द प्रस्तुत करने को कहा। प्रधानाचार्य रवींद्र सिंह बिष्ट ने स्कूल की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि विद्यालय में 550 बच्चे अध्यनरत है। उन्होंने पुरानी पाठ्यक्रम से बाहर की पुस्तकें एवं फटी पुस्तकों की नीलामी करने, फर्नीचर खरीदने का प्रस्ताव रखा, जिस पर समिति द्वारा स्वीति दी गई। प्रधानाचार्य ने बताया कि स्कूल का रिजल्ट शत-प्रतिशत रहा तथा बच्चों के ईको एवं रीडिंग क्लब चलाए जा रहे हैं तथा इसी माह सेंटर स्कूल देहरादून में क्षेत्रीय खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होने हैं, जिसमें विद्यालय के चार लड़के एवं तीन लडकियों द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा। बैठक में उप जिलाधिकारी आर के पांडेय, विएमसी सदस्य नुपुर सचदेवा, अनिता कुशवाहा, किशन सिंह राणा, ड़ मारिया, नीमा सुयाल, मोहित कौशल, केके तिवारी, बलवंत सिंह नेगी आदि मौजूद थे।

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