खोह, सुखरो नदी व ग्वालगढ़ गधेरे में खनन का प्रशासन की संयुक्त टीम ने किया सर्वे
चैनलाइजेशन के कार्यों में पाई अनियमितता
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राजस्व क्षेत्र में पड़ने वाली खोह, सुखरो नदी व ग्वालगढ़ गधेरे में रिवर ट्रेनिंग और चैनलाइजेशन का काम किया जा रहा है। चैनलाइजेशन का कार्य मानकों के अनुसार नहीं किया जा रहा है। वहीं खनन कार्यों के दौरान आधुनिक मशीनों से नदी के किनारे बने तटबंधो को नुकसान पहुंच रहा है। जिस कारण नदी का रुख आबादी की ओर आने की संभावना बनी हुई है। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद उप जिलाधिकारी ने चैनलाइज के कार्यों का ज्वाइंट सर्वे कराया।
राजस्व व सिंचाई विभाग की संयुक्त टीम ने खोह, सुखरो नदी व ग्वालगढ़ गधेरे का संयुक्त निरीक्षण किया। ज्वाइंट सर्वे के दौरान पाया गया कि खोह, सुखरो नदी व गवालगढ़ गधेरे के किनारे बने तटबंधो को नुकसान पहुंचायां गया है। ज्वाइंट सर्वें की रिपोर्ट के आधार पर उपजिलाधिकारी ने खनन कर्मियों को दो दिन के भीतर खोदे गए तटबंधो को नियमों के मुताबिक सही करने के निर्देश दिए हैं। उप जिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि कोटद्वार में रिवर चैनलाइजेशन का कार्य नियमों के तहत संचालित करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उसमें कुछ अनियमितताओं की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। जिसमें एक ज्वाइंट सर्वे कराया गया है। उप जिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि खनन कर्मियों ने नदी किनारे तटबंध को खोदकर वहां से मैट्रियल को हटाया दिया है। जिसके चलते तटबंध खुदा दिखाई दे रहा है। जिसे लेकर उन्हें चैनलाइजेशन के नियमों के मुताबिक काम करने और नदी को नुकसान न पहुंचाने के निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पट्टा धारकों को तंटबंधों की सुरक्षा के लिए नदी किनारे बोल्डर और गड्ढ़ों को भरने को कहा गया है। उक्त नदी और गधेरे का दोबारा से ज्वाइंट सर्वे किया जाएगा। अगर उसके बाद भी नियमों को ताक में रखकर काम किया जाता है तो खनन कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।