खुद खरीदकर भेज दी किट, प्रधानों ने लगाया मुनाफाखोरी का आरोप
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। कल्जीखाल ब्लाक के ग्राम पंचायत प्रधानों ने प्रशासन की ओर से ग्राम पंचायतों को दी गई 10 हजार की धनराशि पर मुनाफाखोरी का आरोप लगाया है। प्रधानों का कहना है कि इस राशि पर मुनाफाखोरों की नजर लगी है। क्वारंटाइन केंद्रों को सेनेटाइज किए जाने के लिए प्रशासन की ओर से एक किट दी जा रही हैं। इस किट के लिए प्रधानों पर दबाव बनाया जा रहा है। जबकि प्रधान पूर्व में ही निजी स्तर से क्वारंटाइन केंद्रों पर सेनेटाइज कार्य कर रहे हैं। ग्राम प्रधानों ने डीएम को ज्ञापन सौंप पूर्व में व्यय हुई राशि भुगतान करने की मांग की है।बुधवार को कल्जीखाल ब्लाक के ग्राम प्रधानों ने प्रधान संगठन के ब्लाक अध्यक्ष प्रमोद रावत के नेतृत्व में डीएम से वार्ता की। इस दौरान प्रधानों ने कहा कि प्रशासन की ओर से ग्राम पंचायतों को 10 हजार की धनाराशि दी गई है। ग्राम प्रधान गांवों में स्वच्छता व क्वारंटाइन हो रहे लोगों पर अभी तक अपने स्तर से हजारों की राशि खर्च कर चुके हैं। जिसका प्रशासन की ओर से कोई भुगतान नहीं हुआ है। अब जिला पंचायती राज विभाग की ओर से प्रधानों पर एक किट खरीदने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। जिसकी कीमत 6 हजार के करीब है। बताया कि उक्त किट कई ग्राम पंचायतों में भेज भी दी गई है। जिसके साथ एक बिल भी दया जा रहा है। बिल में यह कहीं स्पष्ट नहीं किया गया है कि किट के अंदर क्या सामान है और किस सामान की कीमत कितनी है। ग्राम प्रधानों ने इस किट का बहिष्कार किए जाने की बात कही है। ग्राम प्रधानों ने डीएम धीराज सिंह गब्र्याल से पूर्व में व्यय हुई धनराशि का भुगतान कराए जाने की मांग की है। डीएम ने जल्द ही समस्या के हल का आश्वासन दिया।