किसानों को नहीं मिल रहा सिंचाई नहरों का लाभ
चमोली । विकासखंड कर्णप्रयाग की पनाई-गौचर तथा पोखरी विकासखंड की बमोथ सिंचाई नहर के बंद रहने से किसानों को सिंचाई की परेशानी झेलनी पड़ रही है। जिससे ग्रामीणों में विभाग के प्रति नाराजगी बनी है। साठ के दशक में बनी इन दोनों सिंचाई नहरों से पूर्व में सैकड़ों नाली अति उपजाऊ कृषि भूमि को सिंचित किया जाता था। लेकिन अब देखरेख न होने व गुणवत्तापरख कार्य न होने से नहर झाड़ियों, मलबा जमा होने से बंद स्थिति में है । वहीं बमोथ के किसान नहर पर पानी न मिलने से बीते एक दशक से धान की रोपाई तक नही कर पाए है। पृथक राज्य बनने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि सिंचाई नहरों की दशा में सुधार होगा लेकिन आज तक ऐसा नही हो पाया है। सिंचाई विभाग इन नहरों पर मरम्मत के नाम पर धनराशि व्यय भी करता है, लेकिन आधे-अधूरे कार्य से नहरों की दशा स्थिति सुधरने के स्थान पर बिगड़ती गई है। ताज्जुब इस बात का है कि विभागीय अधिकारी जानते हुए मौन साधे हैं वहीं काश्तकार नहरों की उचित मरम्मत कर खेतों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने की मांग कर रहे है। प्रगतिशील काश्तकार मातवर सिंह, कंचन कनवासी, विजया गुसाई, ताजवर कनवासी, उमराव नेगी, जितेन्द्र मल, प्रदीप लखेड़ा, धीरेन्द्र चौधरी, पुष्कर नेगी, उर्मिला द्वारा इस बाबत विभागीय अधिकारियों से कई बार पत्राचार किया जा चुका है।