किसानों के समर्थन में सड़क पर उतरी यूथ कांग्रेस, कृषि विधेयक को वापस लेने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कृषि विधेयक के खिलाफ किसानों के समर्थन में धरना दिया। इस दौरान उन्होंने सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। साथ ही विधेयक को वापस लेने की मांग की। उन्होंने जल्द ही विधेयक वापस ने लेने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार सदबुद्धि के लिए हवन भी किया।
शनिवार को केन्द्र सरकार के खिलाफ धरना देते हुए यूथ कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष विजय रावत ने कहा कि केन्द्र सरकार जिस कृषि संशोधन बिल की खूबियां एसी कमरों में बैठकर गिनवा रही है, उसकी वास्तविकता कड़ी धूप में मेहनत करने वाला किसान जानता है। अपने अस्तित्व को संकट में देखते हुए किसान सड़कों पर उतर आए है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जिस प्रकार कागजों में किसानों की आय बढ़ाने की बात कर रही है वह जमीनी स्तर पर यदि उल्टी पड़ गई तो किसान आत्महत्या करने को मजबूर होगें। उन्होेंने कहा कि कृषि मंडियों में मिलने वाले एमएसपी की तरह ही प्राइवेट मंडियों में किसानों के लिए एमएसपी सुविधा हो। सरकार अवैध रूप से अनाज की जमाखोरी को बढ़ावा दे रही है। किसानों के खिलाफ यह काला कानून किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यूथ कांग्रेस इस मुद्दे पर उनके साथ खड़ी है। किसी भी हाल में उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। विजय रावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार किसानों को पूंजीपतियों के हाथों गिरवी रखना चाहती है। उनके अधिकारों को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। इस कानून से जमाखोरी और कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा। उद्योगपतियों एवं बिचौलियों को फायदा होगा। जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है, तब से किसानों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। सरकार को इस विधेयक को वापस लेना ही होगा। प्रदर्शन करने वालों में यूथ कांग्रेस महासचिव देवाशीष रावत, जिला महासचिव कांग्रेस नीरज बहुगुणा, दिव्यांश, आकाश नेगी, आकाश रावत, नगर मंत्री सूर्यमणि, छात्र संघ अध्यक्ष हिमांशु बहुखण्डी, आरव, मून, अमन ध्यानी, मुदित कुलदीप, अंकित आदि शामिल थे।