किसानों को आर्थिकी बढ़ाने को हुई जिला भूमि एवं सरंक्षण समिति की बैठक
बागेश्वर। जिले में किसानों को आर्थिकी बढ़ाने के लिए जिला भूमि एवं सरंक्षण समिति की बैठक हुई। इसमें 166 प्रस्तावों पर अनुमोदन किया गया। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिंचाई के लिए बनाए जा रहे टैंकों का दोबारा सर्वे करें। टैंकों से कितनी खेती की सिंचाई होगी और कितने किसानों को लाभ मिलेगा यह जानकारी हर हाल में रखें। लापरवाही किसी भी स्तर की सहन नहीं की जाएगी। विकास भवन सभागार में हुई बैठक में डीएम विनीत कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कृषकों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिन टैंकों का निर्माण किया गया उनका दोबारा सर्वे करें। इन योजनाओं के माध्यम से कितनी भूमि सिंचित एवं कितने किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी इस संबंध में उन्होंने विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कहा कि विस्तृत सूचना उपलब्ध होने के बाद समिति के समक्ष प्रस्तुत किए गए प्रस्तावों पर अगली बैठक में विचार किया जाएगा। विधायक चंदन राम दास ने कहा कि वर्ष 2022 तक हर किसान की आय को दोगुनी करने की जो मंशा सरकार की है इसके अनुरूप सभी को कार्य करने की जरूरत है। कपकोट के विधायक बलवंत सिंह भौर्याल ने कहा कि भूमि जल संरक्षण के तहत जो भी कार्य किए जा रहे हैं वह कार्य गुणवत्ता एवं पारदर्शिता के साथ करते हुए अधिक से अधिक कृषकों को लाभान्वित किया जाय। कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी गीतांजलि बंगारी ने बताया कि प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत ब्लॉक बागेश्वर में आठ, कपकोट 12 तथा गरुड़ में सात सिंचाई टैंको का निर्माण किया गया है। 27 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता वृद्धि हुई हैं। इसके अलावा एकीकृत बहुउद्देशीय जल संभरण टैंक (आरकेवीवाई) योजना के तहत बागेश्वर में चार, कपकोट में पांच तथा गरुड़ में दो बहुउद्देशीय जल संभरण टैंकों का निर्माण किया है। इसमें मछली पालन, मुर्गी पालन एवं पॉलीहाउस की स्थापना की गई। बहुउद्देशीय जल संभरण टैंको के निर्माण से 22 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो रही है। बहुउद्देशीय जल संभरण टैंको के 19 प्रस्ताव तथा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) के तहत 102 एवं राष्ट्रीय कृषि विकास योजना दैवीय आपदा के तहत 45 प्रस्तावों को समिति के समक्ष अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किए गए। बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत बंसती देव, ब्लॉक प्रमुख बागेश्वर पुष्पा देवी, गरुड़ हेमा बिष्ट, मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, प्रभागीय वनाधिकारी बीएस शाही, मुख्य कृषि अधिकारी वीपीमौर्या मौजूद रहे।