कोरोना का साया, बूंखाल कांलिका मेला स्थगित
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। देश में कोरोना महामारी एक बार फिर तेजी से फैल रही है। इस वायरस की चपेट में पौड़ी गढ़वाल भी आ चुका है। पौड़ी गढ़वाल में अब तक कोरोना वायरस के कई मामले सामने आ चुके हैं। जिसके कारण अब बूंखाल कालिका मेला को मेला समिति ने स्थगित कर दिया है। मेला समिति के अध्यक्ष, सचिव, बूंखाल कांलिका मन्दिर के मुख्य पुजारी ने बताया कि इस वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए मेला आयोजित न किये जाने का निर्णय लिया गया है।
बूंखाल कांलिका मेले के संबंध में उपजिलाधिकारी थलीसैंण, चाकीसैंण जितेन्द्र वर्मा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपस्थित हर वर्ष की भांति बूंखाल कांलिका मेले के आयोजन के संबंध में विचार-विमर्श किया गया। ग्राम सभा मलुण्ड के प्रधान की ओर से पत्र प्रेषित कर अवगत कराया गया कि बूंखाल मेले का मुख्य पुजारी एवं ग्रामवासियों के द्वारा कोई दिन तय नहीं किया गया है, कुछ शरारती तत्वों द्वारा फेसबुक व सोशल मीडिया के माध्यम से 5 दिसम्बर 2020 को बूंखाल मेले का दिन तय कर भ्रामक रूप से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, जो कि उचित नहीं है। मेला समिति व स्थानीय ग्रामवासी उक्त झूठी अफवाहों का खण्डन करते हुए कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत इस वर्ष मेला आयोजन स्थगित करती है। उक्त संबंध में मेला समिति के पदाधिकारियों व स्थानीय व्यक्तियों द्वारा पुलिस एवं प्रशासन से भी इस वर्ष मेला स्थगन के संबंध में प्रचार-प्रसार किये जाने एवं मंगलवार व शनिवार को बूंखाल कांलिका मंदिर में पशुबलि की रोकथाम के लिए पुलिसएवं होमगार्ड के जवानों की तैनाती का अनुरोध किया गया, जिस पर तहसीलदार चाकीसैंण व थानाध्यक्ष पैठाणी को धार्मिक आस्था पर बिना किसी प्रतिकूल प्रभाव के पशुबलि की रोकथाम हेतु सप्ताह में प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को बूंखाल मंदिर में नियमित रूप से पुलिस एवं होमगार्ड के जवान तैनात किये जाने के निर्देश दिये गये। इस अवसर पर मेला समिति के मुख्य पुजारी, मंदिर समिति के अध्यक्ष गजेसिंह, सचिव विनोद गोदियाल, थानाध्यक्ष पैठाणी प्रताप सिंह, प्रभारी तहसीलदार चाकीसैंण गिरीश चन्द्र पोखरियाल सहित क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक उपस्थित थे।