जयन्त प्रतिनिधि।
 कोटद्वार। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने अभियान चलाकर 11 ओवर लोड डंपरों करे सीज किया गया। जबकि 6 खाली डंपरों का प्रतिबन्धित क्षेत्र में आवाजाही
 करने पर चालान किया गया। अचानक हुई इस कार्रवाई से खनन कारियों में हड़कंप मच गया।
 ज्ञात हो कि खोह नदी में रीवर टे्रनिंग का कार्य चल रहा है। 30 जून के बाद शासन ने रीवर टे्रनिंग का समय बढ़ा दिया है। स्थानीय प्रशासन की ओर से
 खोह नदी में भी रीवर टे्रनिंग कार्य को 15 दिन के बढ़ा दिया गया। प्रशासन की ओर से रीवर ट्रेनिंग कार्य में लगे डम्परों व ट्रकों के लिए रूट निर्धारित किया गया
 है। निर्धारित रूट के अनुसार डंपरों व ट्रकों को सिद्धबली मंदिर, पीजी कॉलेज, घराट रोड, पदमपुर, देवीरोड से होते हुए बालासौड़ जाना था, लेकिन डंपर व ट्रक चालक
 तय रूट पर नहीं जा रहे है और आवासीय बस्तियों से वाहनों को लेकर जा रहे है। स्थानीय लोगों ने पिछले दिनों उपजिलाधिकारी से इस संबंध में शिकायत की थी।
 लोगों का कहना था कि जहां ओवर लोड डंपरों के कारण सड़क क्षतिग्रस्त हो रही है, वहीं दुर्घटना का भी खतरा बना हुआ है। शिकायत का संज्ञान लेकर
 उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने प्रभारी तहसीलदार विकास अवस्थी, नायाब तहसीलदार आरपी पंत के साथ बीती शुक्रवार रात को अभियान चलाया। इस दौरान
 एसडीएम ने 11 ओवर लोड डंपरों को सीज किया। जबकि 6 खाली डंपरों का प्रतिबन्धित क्षेत्र में आवाजाही करने पर पुलिस एक्ट में चालान किया गया। एसडीएम
 योगेश ने बताया कि 9 ओवर लोड डंपर बीएल रोड और दो ओवर लोड डंपर गाड़ीघाट से सीज किये गये। जबकि गाड़ीघाट, झण्डाचौक, बालासौड़ से दो-दो खाली डंपरों
 का प्रतिबन्धित क्षेत्र में आवाजाही करने पर पुलिस एक्ट के तहत चालान किया गया।