कोटद्वार में लापता महिला का दूसरे दिन जंगल में पेड़ पर लटकी मिली, सोने की चेन गायब
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। सिद्धबली मंदिर के पास वन विभाग के तिलवाढांग बैरियर से करीब 200 मीटर ऊपर जंगल में एक महिला का शव संदिग्ध अवस्था में पेट से लटका हुआ मिला। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने शव का पंचायतनामा तथा पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के सुर्पद कर दिया। मृतका के परिजनों का कहना है कि उसके गले से सोने की चेन गायब है। जबकि कान के कुंडल और हाथ की उंगुली पर अंगूठी है। उन्होंने कहा कि जिस परिस्थिति में शव मिला है उससे लग नहीं रहा है कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की है।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी ने बताया कि न्यू प्रताप नगर नजीबाबाद रोड निवासी 53 वर्षीय शशि चौहान पत्नी गजेन्द्र चौहान गत रविवार सुबह करीब साढ़े दस बजे सामान खरीदने के लिए बाजार के लिए निकली। दोपहर तक भी जब वह घर वापस नहीं पहुंची तो परिजनों ने आसपास खोजबीन की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पाया। रविवार देर सांय को परिजनों ने कोतवाली में शशि चौहान की गुमशदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। सोमवार सुबह गिवईस्रोत क्षेत्र की कुछ महिलाएं जंगल में चारापत्ती लेने गई हुई थी। उन्होंने कार्बेट टाइगर रिसेप्शन सेंटर से करीब दो सौ मीटर दूर जंगल में चुन्नी के सहारे पेड़ से एक महिला का लटकता हुआ शव देखा। महिलाओं ने इसकी जानकारी प्रभाग की तिलवाढांग वन चौकी में दी और चौकी से मिली जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। सूचना पर एसएसआई प्रदीप नेगी ने पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम महिला के शव को कब्जे में लेकर राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार लाई। कोतवाल ने बताया कि परिजनों ने महिला की शिनाख्त न्यू प्रताप नगर नजीबाबाद रोड निवासी 53 वर्षीय शशि चौहान पत्नी गजेन्द्र चौहान के रूप में की। कोतवाल ने परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार बताया कि मृतका शशि चौहान के पत्नी गजेन्द्र चौहान एकेश्वर ब्लॉक के राजकीय इंटर कॉलेज श्रीकोटखाल में प्रभारी प्रधानाचार्य और गणित के प्रवक्ता पद पर कार्यरत है। मूल रूप से वह अमरोहा उत्तर प्रदेश के रहने वाले है। विगत 15 जून को उन्होंने अपने बेटे की शादी की थी। मृतका के शव का पंचायतनामा भरकर तथा पीएम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रतीत हो रहा है कि महिला ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है, लेकिन मौत के स्पष्ट कारण के बारे में पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकता है। अभी तक मृतका के परिजनों की ओर से तहरीर दर्ज नहीं कराई गई है। तहरीर आने के बाद ही वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।