जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। खोह नदी से अवैध तरीके से उपखनिज की चोरी करना डंपर स्वामी को मंहगा पड़ गया। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने अवैध परिवहन का दोषी पाते हुए पांच डंपर सीज कर दिये है। एसडीएम की कार्यवाही से खनन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
प्रशासन खोह, सुखरो, मालन नदी में अवैध खनन को लेकर सख्त हो गया है। प्रशासन की टीमें नदियों में लगातार छापेमारी कर रही है। बीती बुधवार देर सांय उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने राजस्व विभाग की टीम के साथ बीईएल रोड़ पर छापेमारी की। इस दौरान टीम ने उपखनिज का अवैध तरीके से परिवहन करते हुए पांच डंपर सीज किये। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि प्रशासन की ओर से अवैध खनन का परिवहन और भंडारण के खिलाफ अभियान चल रहा है। इसी के तहत बीती रात को बीईएल रोड़ पर अभियान चलाया गया। इस दौरान पांच ऐसे डंपर मिले है जो एक ही रवन्ने का उपयोग एक से अधिक बार करते हुए पाये गये। यह अवैध तरीके से परिवहन में आता है। इसलिए पांचों डंपरों को सीज किया गया है। सीज करने के बाद अवैध खनन परिवहन के तहत कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि अवैध खनन परिवहन और भंडारण के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जायेगी।
बता दें कि कोटद्वार भाबर में खोह, सुखरो, मालन नदियों में अवैध तरीके से धड़ल्ले से खनन चल रहा है। प्रशासन अवैध खनन को रोकने के लिए लगातार छापेमारी अभियान चला रहा है। प्रशासन के अभियान के बाद काफी हद तक अवैध खनन पर रोक लगी है, लेकिन खनन माफिया एक ही रवन्ने से दो से तीन बार डंपर में नदियों से उपखनिज की सप्लाई कर रहे है। इसे रोकने के लिए प्रशासन ने कौड़िया और चिल्लरखाल चेक पोस्ट पर सीसीटीवी लगाये है। साथ ही चेक पोस्ट पर एक टीम तैनात की है। जो उपखनिज ले जा रहे डंपरों की जानकारी दर्ज कर रहे है। ऐसे में अवैध तरीके से उपखनिज का भंडारण एवं परिवहन में काफी कमी आई है। लेकिन अभी भी कुछ खनन माफिया रात के समय अवैध तरीके से उपखनिज का भंडारण व परिवहन कर रहे है।