कोटद्वार नगर निगम के रोज 70 टन कूड़ा निस्तारण के लिये ट्रोमल मशीन का होगा ट्रॉयल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम कोटद्वार प्रशासन ने शहर की कूड़े की समस्या के निस्तारण के लिए योजना तैयार की है। योजना परवान चढ़ी तो शहर से कूड़े की समस्या से निजात मिलना संभव है। निगम की ओर से टे्रंचिंग ग्राउण्ड में स्थित कूडे़ के पहाड़ को खत्म करने के लिए जहां अक्टूबर माह में बायो रेमिडिएशन मशीन लगाई गई। वहीं अब कूड़ा निस्तारण के लिए ट्रोमल मशीन का एक माह तक ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल सफल होने पर निगम द्वारा मशीन को खरीद लिया जाएगा। बायो रेमिडिएशन मशीन द्वारा अभी तक ट्रेचिंग ग्राउण्ड में 80 टन कूड़े की छंटाई की गई है। इस मशीन से दो शिफ्टों में कूड़े की छंटाई हो रही है। इसके लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कूड़े की छंटाई होने से ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में कूड़े की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद जगी है।
नगर निगम के चालीस वार्डों से प्रतिदिन 70 टन कूड़े को एकत्रित कर खोह नदी किनारे बनें ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में एकत्रित किया जाता है, लेकिन इस कूड़े के निस्तारण के लिए नगर निगम के पास कोई व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में ट्रेंचिग ग्राउंड में लगातार कूड़े का पहाड़ बन रहा है, जो नगर निगम प्रशासन के लिए लंबे समय से सिरदर्द बना हुआ है। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के निर्देश के बाद 23 अक्टूबर 2020 को ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में कूड़ा छंटाई के लिए छ: लाख की लगात से खरीदी गई बॉयो रेमिडिएशन मशीन को स्थापित की गई। तब से लगातार मशीन कूड़े की छंटाई में लगी हुई है, लेकिन कूड़ा गीला होने से कूड़ा छंटाई में काफी समय लग रहा है। जिस कारण अभी तक मशीन के माध्यम से 80 टन कूड़े की छंटाई हो चुकी है। इस मशीन के माध्यम से खाद, प्लास्टिक व पत्थर आदि को अलग-अलग किया जा रहा है। प्रति एक घंटे में यह मशीन करीब पांच टन कूड़े की छटाई कर सकती है, लेकिन वर्तमान में कूड़ा गीला होने से कूड़ा छंटाई में दिक्कतें आ रही है। कूड़ा निस्तारण के लिए निगम की ओर से एक माह तक ट्रोमल मशीन का ट्रॉयल करने के लिए योजना बनाई गई है। जल्द ही ट्रायल शुरू होने की उम्मीद है। यह मशीन एक घंटे में करीब 15 टन कूड़े की छंटाई करेगी। इससे कूड़ा निस्तारण की उम्मीद जगी है। अगर मशीन का प्रयोग सफल रहा तो स्थानीय लोगों को कूड़े की समस्या से निजात मिल सकेगी।
नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि टे्रंचिंग ग्राउण्ड में बायो रेमिडिएशन मशीन से कूड़े की छंटाई कराई जा रही है। दो शिफ्टों में कूड़ा छंटाई का काम चल रहा है। सुबह 8 से दोपहर 12 और दोपहर 2 से सांय 5 बजे तक शिफ्ट चल रही है। जनता को कूड़े की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर निगम जुटा हुआ है। उन्होंने कहा कि कूड़ा निस्तारण के लिए निगम की ओर से एक माह तक ट्रोमल मशीन का ट्रॉयल किया जाएगा। 11 जनवरी से ट्रायल शुरू हो जाएगा। प्रयोग सफल होने पर ट्रोमल मशीन को खरीदकर ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में स्थापित किया जायेगा। मशीन खरीदने के लिए स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने 50 लाख रूपये स्वीकृत किये है। जल्द ही यह धनराशि निगम को मिल जाएगी।
अंबिकापुर पालिका की तर्ज पर होगा कूड़े का निस्तारण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम कोटद्वार अब वार्ड में ही कूड़े का निस्तारण करेगी। इसके लिए छत्तीसगढ़ की अंबिकापुर नगर पालिका की तर्ज पर कार्य किया जाएगा। नगर निगम की ओर से इसके लिए वार्ड नंबर 38 का चयन किया गया है। यह प्रयोग सफल रहा तो वार्ड में ही कूड़े का निस्तारण हो सकेगा।
देहरादून में छत्तीसगढ़ की अंबिकापुर नगर पालिका की तर्ज पर कार्य किया जा रहा है। कूड़ा निस्तारण वर्तमान में नगर निगम के लिए सबसे बड़ी समस्या है। नगर निगम के पास आज भी कूड़ा निस्तारण के लिए जमीन नहीं है। नगर निगम की ओर से ट्रेचिंग ग्राउण्ड के लिए जमीन चिन्हिकरण की प्रक्रिया चल रही है। कूड़े का निस्तारण न होने पर शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते है। इसी को देखते हुए नगर निगम की ओर से कूड़ा निस्तारण की योजना बनाई गई है। कूड़ा निस्तारण के लिए निगम ने वार्ड नंबर 38 को आदर्श बनाने का निर्णय लिया है। इस योजना के अंतर्गत वार्ड क्षेत्र से निकलने वाले कूड़े को वार्ड में ही निस्तारित किया जाएगा। यह योजना सभी रही तो इस योजना को सभी वार्डों में शुरू करने की योजना है। नगर निगम जल्द ही इस योजना पर काम शुरू करने वाला है।
नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि राजस्व विभाग से नगर निगम को पांच स्थानों पर 10 बीघा भूमि ट्रांस्फर हो गई है। इसमें वार्ड नंबर 38 की एक जगह भी शामिल है। यहां पर उक्त वार्ड के कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। इसके लिए देहरादून की फीड बैक संस्था से वार्ता की गई है। उक्त संस्था द्वारा देहरादून में एक स्थान पर छत्तीसगढ़ की अंबिकापुर नगर पालिका की तर्ज पर कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। इसी तर्ज पर झण्डीचौड़ में भी कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। इसका इस्टीमेंट तैयार किया जा रहा है। कूड़ा निस्तारण की योजना की सबसे बड़ी विशेषता होगी कि इसमें कूड़ा इकट्ठा नहीं रहेगा। कूड़ा एकत्र नहीं रहेगा तो बदबू भी नहीं आएगी।
ऐसे होता है काम
कूड़ा दो तरह का होता है, गलने वाला और न गलने वाला। गलने वाले कूड़े में सब्जी या फल, कागज आदि आते हैं। न गलने वाले कूड़े में पॉलिथीन, प्लास्टिक, एलईडी बल्ब आदि शामिल होते हैं। नगर निगम वार्ड के नागरिकों को गलने वाला कूड़ा व न गलने वाला कूड़े को अलग-अलग डस्टबिन में रखने को प्रेरित करेगी। निगम कूड़ा एकत्र भी इसी तरह करेगा।
निगम क्षेत्र से प्रतिदिन उठता है 70 टन कूड़ा
नगर निगम के चालीस वार्डों से प्रतिदिन 70 टन कूड़ा एकत्रित कर वाहनों के माध्यम से खोह नदी किनारे स्थित टें्रचिंग ग्राउण्ड में एकत्रित किया जाता है। पूर्व में कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था न होने से धीरे-धीरे ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में कूड़े का पहाड़ बन गया है, लेकिन अब नगर निगम की ओर कूड़े के पहाड़ को खत्म करने के लिए पूरी योजना बना ली गई है और इस पर लगातार काम हो रहा है। इसी कड़ी में यहां मशीनें स्थापित की जा रही है। ताकि कूड़े को अलग-अलग करके उसे उपयोग लायक बनाया जा सके। नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि नगर निगम का प्रयास है कि जल्दी से जल्दी इस कूड़े के पहाड़ को खत्म किया जाए।
जल्द ही कोटद्वार को कूड़े से मिलेगी निजात
पिछले लंबे समय से शहर में बढ़ती गंदगी और कूड़ा फेंकने के लिए नगर निगम को आ रही दिक्कत दोनों का ही समाधान यहां अब जल्द ही होने वाला है। आने वाले कुछ समय में शहरवासियों को गंदगी से निजात मिल जाएगी। नगर निगम ने कूड़ा निस्तारण के लिए जहां एक ओर एक माह तक ट्रोमल मशीन का ट्रॉयल किया जायेगा, वहीं ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में कूड़ा निस्तारण के लिए बायो रेमिडिएशन मशीन लगाई गई है। इससे ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में कूड़े का ढेर नहीं लगेगा। मशीनों से कूड़े की छटाई होने से निगम की आय भी बढ़ेगी। इन मशीनों से खाद, प्लास्टिक व पत्थर आदि को अलग-अलग किया जाएगा। पर्यावरण को भी किसी तरह का इन मशीनों के कारण से कोई नुकसान नहीं है। पर्यावरण विभाग के नियम के अनुसार मशीनें स्थापित की जा रही है। ताकि आने वाले समय में कूड़े के कारण से कोई दिक्कत या परेशानी न रहे।
कांपैक्टर मशीन लगेगी
नगर निगम की ओर से ट्रेचिंग ग्राउण्ड में कांपैक्टर मशीन लगाई जाएगी। यह मशीन प्लास्टिक को साफ करेगी। नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया जल्द ही कांपैक्टर मशीन लगाई लगा दी जाएगी। इस मशीन से प्लास्टिक को अलग कर पैकिंग की जाएगी। बाद में इसकी नीलामी कराई जाएगी। जिससे निगम की आय में बढ़ोत्तरी होगी। इस योजना से कूड़े की समस्या का निस्तारण काफी हद तक हो जाएगा। आने वाले समय में इसका असर लोगों को दिखाई देने लगेगा।