कोटद्वार सेना भर्ती: फर्जी कागजातों के कारनामे के बाद अब सामने आई फर्जी दौड़
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार में हो रही सेना भर्ती में जहां पहले मूलनिवास, जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाये जाते थे, अब सेना के अधिकारियों के सामने-सामने फर्जी दौड़ का भी सनसनीखेज मामला सामने आया है। हुआ यूं कि भर्ती के शुरू दिन 20 दिसम्बर को एक युवक 1600 मीटर की दौड़ के तीसरे राउंड तक दौड़ने की बजाय रेसिंग ट्रैक के पास झाड़ी में छुपा रहा और जब चौथा राउण्ड शुरू हुआ तो वह भर्ती अधिकारियों व कर्मियों की आंखों में धूल झोंककर झाड़ी से निकलकर दौड़ में शामिल हो गया।
गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर (जीआरआरसी) लैंसडौन की ओर से विक्टोरिया क्रॉस गबर सिंह कैंप कौड़िया में गढ़वाल मंडल के पौड़ी, रूद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी, देहरादून और हरिद्वार जनपद की भर्ती की जा रही है। सोशल मीडिया में आर्मी भर्ती रैली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियों में एक युवक झाड़ी में छुपा हुआ दिखाई दे रहा है। जब 1600 मीटर दौड़ के चौथा राउड आधा से ज्यादा पूरा हो गया था तो युवक झाड़ी से निकलकर दौड़ में शामिल हो गया। ऐसे में भर्ती की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे है। हालांकि सेना के अधिकारियों का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से युवक को दौड़ पूरी करने से पहले ही पकड़ दिया गया था।
लैंसडौन स्थित सेना भर्ती कार्यालय के भर्ती निदेशक कर्नल विनीत वाजपेयी ने सोशल मीडिया में दिखाये गये पूरे वीडियों का खंडन करते हुए बताया कि ये घटना 20 दिसम्बर को तीसरी रेस की है। रेस के चौथे राउंड में एक अभ्यर्थी जो झाड़ी में छुपा था वह गलत तरीके से दौड़ में शामिल होकर दौड़ पास करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से उसे चिन्हित कर फिनिसिंग प्वाइंट पर ही पकड़ लिया गया। अभ्यर्थी के एडमिट कार्ड को निरस्त कर दिया गया है और बच्चे के भविष्य को देखते हुए उस पर कोई कानूनी कार्रवाई न करते हुए चेतवानी देकर छोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि बच्चे की कम उम्र्र और उसके भविष्य को देखते हुए उस पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। ताकि उसका भविष्य बर्बाद न हो।