कोटद्वार जिला कांग्रेस निष्क्रिय, युवाओं को नहीं दे रहे मौका
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव प्रवेश रावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि कोटद्वार जिला कांग्रेस पूर्ण रूप से निष्क्रिय है। कोटद्वार जिलाध्यक्ष सिर्फ कोटद्वार शहर तक ही सीमित है। उन्होंने कहा कि कोटद्वार जिला कांग्रेस संगठन में फेर बदल की आवश्यकता है। जिससे नई ऊर्जा के साथ संगठन की मजबूती के लिए कार्य हो सके। कांग्रेस में युवा नेताओं को कमान सौंपने की आवश्यकता है।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में प्रवेश रावत ने कहा कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष कोटद्वार शहर तक ही सीमित है। कोटद्वार के अलावा अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में आज तक जिलाध्यक्ष द्वारा एक भी बैठक नहीं की गई है और ना ही किसी प्रकार का जन आंदोलन किया गया है। जिस कारण कोटद्वार में कांग्रेस संगठन कमजोर हो रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में विधानसभा चुनाव लड़ने वाले अधिकतर नेता 72 वर्ष से अधिक हो चुके है। जबकि कई नेता 75 वर्ष से अधिक हो चुके है वह भी कांग्रेस प्रत्याक्षी बनने की दावेदारी कर रहे है। कांग्रेस पार्टी में बुजुर्ग हो चुके नेता द्वितीय लाईन के युवा नेताओं को आगे नहीं आने देना चाहते है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बुजुर्ग नेता संगठन में ऐसे पदाधिकारी बनाते है जो कि उनके इशारों पर कार्य करें। उनका संगठन की मजबूती से कोई लेना-देना नहीं है। इससे कांग्रेस संगठन बुजुर्ग हो चुके नेताओं का जेबी संगठन बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में कांग्रेस की सत्ता वापसी के लिए संगठन में फेर बदल अति आवश्यक है। बुजुर्ग नेताओं के स्थान पर युवा नेताओं को नेतृत्व सौंपा जाय। युवा नेतृत्व धरातल पर कार्य करेगें और पार्टी को सत्ता तक पहुंचायेगें।