कोटद्वार तहसील 30 सितम्बर तक बंद, परिसर में चैम्बर के अधिवक्ता में मिला कोरोना
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार में अधिवक्ता भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गये है। एक महिला अधिवक्ता में कोरोना वायरस की पुष्टि होने पर तहसील को तीन दिन के लिए सील कर दिया है। तहसील परिसर स्थित रजिस्ट्रार कार्यालय, टे्रजरी कार्यालय, ई-डिस्ट्रिक कार्यालय आम जनता के लिए बंद रहेगें। जबकि उक्त कार्यालयों के कर्मी अपने काम करते रहेगें। कोरोना महामारी के दौरान तहसील दूसरी बार सील हुई है। अधिवक्ता की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से अधिवक्ताओं में हड़कंप मचा हुआ है।
उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि एक महिला अधिवक्ता की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। अधिवक्ता की अपने चैंबर सहित तहसील परिसर में सतत आवाजाही रही है। उक्त के दृष्टिगत व्यापक जनहित एवं आम जनमानस में कोविड-19 के प्रसार की संभावना के दृष्टिगत उपरोक्त चिन्हित स्थान को सेनेटाइजन कर विसंक्रमित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि व्यापक हित एवं आम जनमानस में कोविड-19 प्रसार की संभावना को न्यून करने हेतु तत्काल प्रभाव से तहसील परिसर कोटद्वार को गहन सेनेटाइज किये जाने एवं सेनेटाइज उपरान्त अग्रिम तीन दिन तक बंद करने का आदेश दिया गया है। तहसील सोमवार, मंगलवार, बुधवार को बंद रहेगी। अब तहसील पूर्व की भांति गुरूवार को खुलेगी। एसडीएम ने बताया कि बैंक कर्मी के सम्पर्क में आये लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। पूर्व में भी तहसील के एक कर्मचारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर भी तहसील को सील किया गया था।
बता दें कि विगत 21 सितम्बर को प्रदेश के काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने बदरीनाथ मार्ग स्थित पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन कोटनाला के कार्यालय में सीएससी सेंटर व तहसील परिसर में अधिवक्ता के चेंबर का शुभारंभ किया था। कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं अधिवक्ता उपस्थित थे। अगले ही दिन काबीना मंत्री डॉ. रावत की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया था।