लालढांग-चिल्लरखाल मार्ग: लोकल वाहनों को मिले टोल टैक्स में छूट
-विधानसभा अध्यक्ष व कोटद्वार विधायक ने अधिकारियों को दिए निर्देश
-अधिकारियों से जाना लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग के न बनने का कारण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार/देहरादून : लोकल वाहनों को लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर आवाजाही के लिए टोल टैक्ट में छूट दी जाए। साथ ही ऐसी व्यवस्था बनाई जाए, जिससे स्थानीय लोगों को उक्त मार्ग से आवाजाही में कोई परेशानी न हो। यह निर्देश विधानसभा अध्यक्ष व कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण ने वन विभाग व लोक निर्माण विभाग के उच्चाधिकारियों को दिए। इसके साथ ही उन्होंने लालढांग-चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग के निर्माण में आ रही रुकावटों को भी बारीकी से जाना।
बुधवार को विधानसभा भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में वन विभाग व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर वाहनों का आवागमन निर्धारित समय सीमा के अंदर कराया जाए। उन्होंने कहा कि सूर्य उदय के बाद एवं सूर्यास्त से पहले ही वाहनों को उक्त मार्ग से आवागमन की अनुमति दी जाए।
उन्होंने 11 किलोमीटर लंबे लालढांग-चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग के निर्माण के लिए त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। इस दौरान अपर मुख्य सचिव आनंदवर्धन, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु एवं प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक ने चिल्लरखाल-लालढांग मोटर मार्ग निर्माण पर प्रारंभ से अभी तक की गई विभागीय कार्यवाही की जानकारी विधानसभा अध्यक्ष को दी। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि इस मोटर मार्ग के सुदृढ़ीकरण के कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग, दुगड्डा को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट की सेंट्रल इम्पावर्ड कमेटी (सीईसी) द्वारा निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया। फिलहाल निर्माण कार्य रोका गया है, सेंट्रल इम्पावर्ड कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से कोटद्वार में कौड़िया स्थित वाणिज्य विभाग चौराहे से फ्लशडोर फैक्ट्री की ओर जा रही सड़क, जिसे रिंग रोड की तर्ज पर विकसित किया जाना है के संबंध में भी अभी तक की गई कार्रवाई की जानकारी ली। इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के क्षेत्रीय मुख्य अभियंता अयाज अहमद, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डॉ. पराग मधुकर धकाते, राजाजी टाइगर रिजर्व के उप निदेशक अमित कवर, डीएफओ दीपक सिंह, लोक निर्माण विभाग के अनुभाग अधिकारी विरेंद्र सिंह पंवार मौजूद रहे।