उत्तराखंड में भारी बारिश से लैंडस्लाइड, महाराष्ट्र में रेलवे ट्रैक पर भरा पानी
-तबाही लेकर आया मानसून
नईदिल्ली, मानसून आने के बाद जहां लोगों को प्रचंड गर्मी से राहत की सांस ली है तो वहीं कई राज्यों में मानसून ने तलाबी मचाना शूरू कर दी है. जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारी बारिश से तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. वहीं पूर्वोत्तर में भी मानसून ने इस बार भारी तबाही मचाई है. पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते गढ़वाल डिवीजन में चार धाम यात्रा को रविवार को रोक दिया गया है. वहीं बद्रीनाथ-विष्णु प्रयाग नेशनल हाईवे के पास भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड हुआ है. जिसके चलते सडक़ बंद हो गई है और दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लगी हुई है.
उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश के चलते लोगों के सामने मुश्किलें पैदा हो गई हैं. यूपी में बीते 24 घंटों के दौरान बारिश संबंधी घटनाओं में 13 लोगों के मारे जाने की खबर है. राहत बचाव विभाग के मुताबिक, बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हुई है. जबकि एक शख्त की पानी में डूबने से जान चली गई. वहीं तीन लोग बारिश संबंधी अन्य घटनाओं में मारे गए हैं.
उधर महाराष्ट्र और गुजरात में भी इन दिनों भारी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भारी बारिश के बाद वाशिंद स्थित सृष्टि फार्म हाउस के पास पानी भर गया है. जिसके चलते यहां करीब 150 लोग फंस गए हैं. उन्हें बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जबकि कल्याण-कसारा रूट पर रविवार सुबर रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया. वहीं एक पेड़ के ट्रैक पर गिरने से ट्रैक बाधित हो गया है.वहीं भारी बारिश के बाद मुंबई से सटे ठाणे जिले में रविवार सुबह लोकल ट्रेन सर्विस को सस्पेंड कर दिया गया. अधिकारियों के मुताबिक, कसारा और टिटवाला स्टेशनों के बीच लोक ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, रविवार सुबह करीब साढ़े छह बजे कल्याण-कसारा रूट पर भारी बारिश के बाद अटगांव और थानसित स्टेशनों के बीच मिट्टी जमा हो गई. जिसके चलते रेलवे ने पटरियों को असुरक्षित घोषित कर दिया. इसके बाद वाशिंद स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एक पेड़ भी गिर गया.
उधर बिहार में भी भारी बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. राज्य की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बगहा के रामनगर में धान की रोपाई करने गए तीन किसानों के मसान नदी फंस गए. गनीमत ये रही कि एसडीआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद तीनों के 12 घंटों बाद सुरक्षित निकाल लिया.