जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : गर्मी का पारा चढ़ने के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में भी पेयजल संकट गहराने लगा है। हालत यह है कि प्रखंड बीरोंखाल के अंतर्गत ग्रामसभा दरिया बैजरो में पाइप लाइनों के क्षतिग्रस्त होने से पिछले एक सप्ताह से पानी का संकट बना हुआ है। ग्रामीणों को कई किलोमीटर पैदल चल कर गदेरे से पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने जल संस्थान से क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों को ठीक करवाने की मांग की है।
ग्रामसभा दरिया बैजरो से जुड़े बैजरो, कुंड, तोल्यूं, तलांई क्षेत्र के लिए बापता गदेरे से सात किलोमीटर की पेयजल योजना बनाई गई है। वर्तमान में कई जगहों पर पाइप लाइनें क्षतिग्रस्त हो रखी है, जिसके कारण क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति नहीं हो पा रही है। कहा कि गर्मी के चलते परंपरागत पानी के स्रोत भी सूखने के कगार पर है। ऐसे में ग्रामीणों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। मजबूरी में ग्रामीण अब गदेरे से पानी ला रहे हैं, जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसमें सबसे अधिक दिक्कत बुजुर्गों को हो रही है। ग्रामीणों ने जल संस्थान से क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों को बदलकर नई पाइप लाइन बिछाने की मांग की है। ग्रामीण बृजपाल रावत ने बताया कि पेयजल किल्लत को लेकर कई बार मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी शिकायत की जा चुकी है। लेकिन, अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है।