सनातन धर्म को छोड़ना सबसे बड़ा पाप: जगद्गुरु
श्री सिद्धबली बाबा वार्षि अनुष्ठान महोत्सव में बोले जद्गुरु शंकराचार्य
कहा धर्मपरिवर्तन करवाने वालों को मिलनी चाहिए फांसी की सजा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: जगद्गुरु शंकराचार्य राजराजेश्वर महाराज ने कहा कि सनातन धर्म सर्वश्रेष्ठ है। सनातन धर्म को छोड़ना धरती पर सबसे बड़ा पाप है। हमें अपने धर्म की रक्षा करनी चाहिए। कहा कि हम उत्तराख्ांड सरकार के धर्म परिवर्तन रोकने को लाए कानून का स्वागत करते हैं। लेकिन, यह कानून और अधिक कठोर होना चाहिए था। धर्म परिवर्तन करवाने वालों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव-2022 के कार्यक्रम का शुभारंभ जगद्गुरु शंकराचार्य राजराजेश्वर महाराज, भारत माता मंदिर हरिद्वार के महंत ललितानंद गिरी महाराज, लैंसडौन विस के विधायक दिलीप रावत ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। मुख्य अतिथि राजराजेश्वर महाराज ने कहा कि हनुमान हमें धन, वैभव देते हैं। जहां भी श्री राम का भजन होता है वहां हनुमान अवश्य होते हैं। हनुमान का श्री राम के प्रति अटूट प्रेम था। प्रेम का असली अर्थ समर्पण होता है। कहा कि आज विधर्मी हमारी देवी भूमि पर कब्जा कर रहे हैं। पहाड़ की बेटियों को झूठे प्रेमजाल में फंसाया जा रहा है। ऐसे विधर्मियों को रोकने के लिए सरकार को गंभीरता से कार्य करना होगा। मनुष्य को सामाजिक बुराईयों का त्याग कर एक बेहतर समाज निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए। इस मौके पर इस मौके पर कृषि मंडी समिति के अध्यक्ष सुमन कोटनाला, श्री सिद्धबली मंदिर समिति के अध्यक्ष डा.जेपी ध्यानी, मेला संयोजक अनिल कंसल, महोत्सव समिति के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल आदि मौजूद रहे।