हे दुख भंजन, मारूती नंदन सुनलो मेरी पुकार..
सिद्धबली मोहत्सव में चला दर्शन व दीपा के भजनों का जादू
नंदा देवी की जात यात्रा पर आधारित जागर पर झूमे श्रद्धालु
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव का दूसरा दिन लोक गायक दर्शन फरस्वाल व दीपा नागरकोटी के नाम रहा। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सिद्धों का डांडा बाबा सिद्धबली के जयकारों से गूंज उठा। माता नंदा देवी की जात यात्रा सहित अन्य झांकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। श्रद्धालु नंदा देवी के जागरों पर झूम उठे।
शनिवार को महोत्सव के दूसरे दिन गढ़वाली भजन संध्या का आयोजन किया गया। लोक गायक दर्शन फरस्वाल ने ‘अंजनी को जायो तू हनुमान महाबली.’ भजन से कार्यक्रमों की शुरूआत की। उन्होंने मां नंदा देवी जात यात्रा पर आधारित जागर की प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। दर्शन फरस्वाल ने ‘हिमगिरी की चेली..’, ‘शिव जटाधारी भैरो..’,‘श्री नाग नारैण..’सहित कई अन्य भजनों की प्रस्तुति दी। लोक गायिका दीपा नागरकोटी ने ‘हे दुख भंजन, मारूती नंदन..’, ‘ हिट म्यार पहाड़ा..’, सहित अन्य गीत प्रस्तुत किए। शाम तक श्रद्धालु देवताओं के भजनों पर झूमते हुए नजर आए। इस दौरान श्री सिद्धबली बाबा की झांकी को भी दर्शकों ने खूब सराहा।
मंदिर में उमड़ी रही भीड़
महोत्सव के दौरान श्री सिद्धबली बाबा के दरवार में भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही। श्रद्धलुओं ने घंटों लाइन में खड़े रहकर बाबा के दर्शन किए। इस दौरान श्रद्धालुओं ने प्रसाद के रूप में भंडारा भी ग्रहण किया। व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए पुलिस को पसीना बहाना पड़ा। सिद्धबली पुल व राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली।
एनसीसी ने भी संभाला मोर्चा
मेले के दौरान व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए पुलिस के साथ एनसीसी के विद्यार्थियों ने भी मोर्चा संभाला हुआ था। ट्रैफिक के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं में विद्यार्थी पुलिस के साथ जुटे हुए थे। एनसीसी के विद्यार्थियों के साथ आने से पुलिस को काफी राहत मिली। पूरे दिन विद्यार्थी अपनी जिम्मेदारियों में जुटे हुए थे।
बॉक्स समाचार
आज यह होंगे कार्यक्रम
-सुबह पांच बजे पिंडी महाभिषेक
-सुबह सात बजे एकादश कुंडीय यज्ञ
-प्रात: दस बजे गढ़वाली जागर
-12 बजे दोपहर सवामन रोट प्रसाद
-दोपहर एक बजे हिंदी भजन संध्या