राधावल्लभ सजे फूलों से चलो आज बसंत पंचमी मनाये
देहरादून। बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर कालिका मंदिर में विशेष पूजन, राधाष्ण, शालिग्राम भगवान का अभिषेक, श्रीष्ण स्रोत व विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ किया गया। भक्तों को पीले रंग के रुमाल व तौलिए वितरित किए गए। कालिका मंदिर में पुजारी आशीष भट्ट ने विष्णु सहस्रनाम व गायत्री यज्ञ कराया। महाराज श्री जी के साधना कक्ष में विराजमान राधा ष्ण व शालिग्राम भगवान का विशेष अभिषेक, मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य चन्द्र प्रकाश ममगाईं व ट्रस्टियों ने किया। जिसमें दूध, दही, घी, बूरा, शहद, व वृन्दावन से लाए यमुना जल से अभिषेक किया गया। भक्त समूह द्वारा श्री ष्ण स्रोत, विष्णु सहस्रनाम का पाठ किया। भक्त समाज लड्डू गोपाल व राधा ष्ण के विग्रहों का अभिषेक होते हुए दर्शन का सौभाग्य मिला। प्रमोद श्रीवास्तव व साथियों ने भजन कीर्तन किए। जिसमें सभी भक्त भाव विभोर हो गए। चलो वृंदावन बसंत पंचमी मनाए बांके बिहारी के दर्शन कर राधावल्लभ को रिजाये़.,सेवा कुंज पंचमी आई राधावल्लभ सजे फूलों से चलो आज बसंत पंचमी मनाये़., तेरी गलियों में आने जाने से दोस्ती हो गई जमाने से़.,दाता तेरा मेरा प्यार कभी ना बदले़.,फूलों में सज रहे हैं श्री वृंदावन बिहारी और संग में सज रही है वृषभानु की दुलारी़.,तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे लगे दूल्हा सा दिलदार दिलदार सांवरे़., जैसे भजनों के बाद ठाकुर जी की आरती हुई। पीले चावल व हलवा खीर भक्तों को प्रसाद रूप में दिया गया। मां कालिका धर्मार्थ औषधालय का 53 वां वार्षिकोत्सव मनाया गया। दोपहर में भंडारा हुआ। करनपुर से श्री गोडिया मठ मंदिर की कीर्तन मण्डली द्वारा भजन प्रस्तुत किए गए। बसंत आयो रे सखियों बसंत आयो रे, आज सजाओ नंद के लाला को़.,मेरा आपकी पा से सब काम हो रहा है करते हो तुम कन्हैया बस मेरा नाम हो रहा है़. पर भक्तों ने मगन होकर नृत्य किया। मौके पर ट्रस्टी गगन सेठी, रमेश साहनी, नरेश मैनी, अशोक लांबा, भारत भूषण शर्मा, कमल स्वरुप जिंदल, शैंकी डोरा, अनिरुद्घ गुप्ता, संजय आनंद, विजय अरोड़ा, सतीश मेहता, राजीव तनेजा, उमेश मारवाह, राम स्वरुप भाटिया, सिद्घार्थ आनंद, मुरली चांदना, कमल गुलाटी, राम भाटिया, श्याम अरोड़ा, प्रदुमन मैनी, केवल आनंद, महेश डोरा, हरीश भाटिया, मोहित बांगा, शुभम मैनी, दीपक बिष्ट, महेश ग्रोवर, भूषण लाल मौजूद रहे।