अघोषित बिजली कटौती को लेकर ऊर्जा निगम कार्यालय पर तालाबंदी
विकासनगर। नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की अघोषित कटौती को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता कार्यालय पर सांकेतिक तालेबंदी कर धरना दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उनके कार्यालय पहुंचने से पहले ही सक्षम अधिकारी नदारद हो गए थे, जिसके चलते उन्हें तालाबंदी करनी पड़ी। कांग्रेस जिलाध्यक्ष संजय किशोर महेंद्रू ने सोमवार को धरने के दौरान कहा कि ऊर्जा निगम की ओर से बिना पूर्व सूचना के बिजली की अघोषित कटौती की जा रही है। रविवार को निगम ने शहरी क्षेत्रों में करीब नौ घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में बारह घंटे तक बिजली कटौती की है। कहा कि बिजली कटौती से ग्रामीण क्षेत्रों के किसान दोहरी मार झेल रहे हैं। उमस भरी गर्मी से परेशान होने के साथ ही उन्हें खेतों के लिए पानी भी नहीं मिल रहा है, जिससे खेतों में खड़ी फसल बर्बाद होने का खतरा भी बना हुआ है। बताया कि बिजली की आपूर्ति बंद होने से पेयजल की समस्या भी पैदा हो जाती है। गर्मी के मौसम में बिजली की कटौती करना जनता का शोषण करने के समान है। शहर अध्यक्ष शम्मी प्रकाश ने कहा कि क्षेत्र में सरकारी अधिकारी जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनहीन बने हुए हैं। बिजली की समस्या को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ऊर्जा निगम कार्यालय पहुंचने की सूचना मिलते ही कार्यालय से सभी सक्षम अधिकारी नदारद हो गए। इस बीच जनता भी अपनी समस्याएं लेकर कार्यालय पहुंची थी। बताया कि ऊर्जा निगम अधिकारी कभी भी उपभोक्ताओं की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेते हैं। आम जनता का फोन रिसीव भी नहीं करते हैं। इससे जनता की समस्याओं का समाधान समय पर नहीं पाता है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लगभग डेढ़ घंटे तक अधिशासी अधिकारी के कार्यालय पर तालाबंदी की। बाद में निगम के एसडीओ के कार्यालय पहुंचने पर कार्यालय का ताला खोला गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसडीओ मनोज कंडवाल से अघोषित कटौती पर रोक लगाने और आम जनता की समस्याओं का समाधान करने को कहा। तालाबंदी करने वालों में कांग्रेस प्रदेश सचिव प्रेम प्रकाश अग्रवाल, शशि चौहान, बलजीत सिंह, नितिन वर्मा, राहुल वर्मा, साहिल पठान, मायाराम नौटियाल, राजवीर, अजीम, अकरम, अशोक जुगराण, अनस मुनीर, असद, फहीम अंसारी, जसप्रीत कौर, अभिराजन, अमरदीप मजीठिया, सुधांशु, रोहन आदि शामिल रहे।