लोक कलाकारों ने लिया महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा की समाप्ति का संकल्प
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। वन स्टॉप सेंटर पौड़ी की गतिविधियों के अंतर्गत संस्कृति भवन के स्केटिंग हॉल में आयोजित बैठक में वन स्टॉप सेंटर पौड़ी की केस वर्कर रमन रावत पोली ने पीड़ित महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाओं, आवश्यक सहायता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। पौड़ी में स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर में हिंसा से पीड़ित महिला हेतु पुलिस सहायता, स्वास्थ्य उपचार, विधिक सहायता, परामर्श व भोजन व्यवस्था सहित पांच दिन का अस्थाई प्रवास नि:शुल्क प्रदान किया जाता है। बैठक में लोक कलाकारों ने महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा की समाप्ति का संकल्प लिया।
बैठक में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग पौड़ी गढ़वाल के प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी जितेन्द्र कुमार के मार्गदर्शन में केस वर्कर रमन रावत पोली ने लोक कलाकारों और संस्कृति कर्मियों से अपील करते हुए कहा कि वह अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में वन स्टॉप सेंटर के संदेश को प्रसारित कर हिंसा से पीड़ित महिलाओं की सहायता कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा से पीड़ित महिला महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर सीधे कॉल कर या व्हाट्सएप नंबर 9411314257 पर मैसेज के माध्यम से सहायता प्राप्त की जा सकती है। लोक कलाकार नरेंद्र धीमान ने कहा कि कलाकार संवेदनशील होता है और इस मुद्दे पर वो अपनी कला के माध्यम से लोगों को जागरूक करने में अपनी अहम भूमिका निभा सकता है। लोकवाद्यय हुड़का के प्रसिद्ध कलाकार भक्ति शाह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि बराबरी के रिश्ते बनाने के लिए परिवार में समझ विकसित की जानी चाहिए, क्योंकि बराबरी के रिश्ते हिंसा से मुक्त होते हैं। रंगकर्मी योगम्बर पोली ने “ये रीत रिवाज और परम्परा के नाम पे बेइंसाफी” गीत गाकर महिलाओ के दर्द को बंया किया। बैठक में वीरेंद्र कुमार, विकास कुमार, नीरज नेगी, प्रीति रावत, इंदु नेगी, महक, प्राची भंडारी, सृष्टि नेगी, दीप्ति नेगी, अदिति, रश्मि, प्रांजलि सहित विभिन्न कलाकारों ने महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा की समाप्ति का संकल्प लिया।