भगवान राम ने वानरों के साथ लंका में किया कूच
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : सतपुली में चल रही रामलीला के दसवें दिन भगवान राम द्वारा वानरों के साथ लंका में कूच करने का मंचन किया गया। इस दौरान रामलीला देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी थी।
नयारघाटी रामलीला कमेटी की ओर से आयोजित रामलीला रामलीला मंचन का शुभारंभ डा. रुद्र सिंघल व पूर्व ब्लाक प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत ने रिबन काटकर किया। इसके उपरांत प्रिंस गुसाई व प्रिंस भट्ट की ओर से बदरीनाथ भगवान की आरती की गई। मंच के दौरान हनुमान जी सीता की खबर लेकर वापस लंका से लौटते हुए। इसके बाद भगवान राम, लक्ष्मण, हनुमान वानर सेना के साथ लंबा पहुंचने के लिए समुद्र में पुल का निर्माण करते हुए। साथ ही सभी लंका कूच करते हुए जहां भंकर युद्ध होता है। इसी दौरान विभीषण रावण को सीता को छोड़ने के लिए भी समझाता है। लेकिन, वह उल्टा विभीषण को लंका से बाहर कर देते हैं। जिसके बाद विभीषण भगवान राम की शरण में पहुंच जाता है। युद्ध के दौरान तीर लगने से लक्ष्मण बेहोश हो जाते हैं। हनुमान जी संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण के प्राणों की रक्षा करते हैं। रामलीला के मंचन में राम के पात्र के रूप में नैतिक चंदोला, लक्षमण आर्यन पाल, सीता गौरांग लिंगवाल, हनुमान पवन शर्मा, मेघनाथ प्रशांत शर्मा व सुग्रीव का प्रिंस गुसाईं कर रहे हैं। इस दौरान समिति के अध्यक्ष जयदीप नेगी, उम्मेद सिंह रावत पूर्व प्रधानाचार्य, प्रबंधक मनीष रौंतेला, कोषाध्यक्ष लोकेश वर्मा, निर्देशक सुनील डंडरियाल, होशियार सिंह बिष्ट, सचिव मनीष खुगशाल स्वतंत्र, मिडिया प्रभारी डब्बल सिंह मिया, संरक्षक प्रेम सिंह रावत, मीना लिंगवाल, गीता रावत, हरी प्रधान, सुरेश प्रधान, प्रशांत बौंठियाल आदि मौजूद रहे।