महाराष्ट्र में कोरोना के 55411 नए मामले, उद्घव ठाकरे बोले-लकडाउन के अलावा दूसरा विकल्प नहीं
मुंबई,एजेंसी। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 55411 नए मामले सामने आए, 53005 रिकवर हुए और 309 मौतें हुई हैं। प्रदेश में कुल मामले 33,43,951 हैं। कुल 27,48,153 रिकवर हुए। कोरोना से प्रदेश में अब तक कुल 57,638 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामले 5,36,682 हैं। इधर, मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे ने कहा कि राज्य में कोरोना की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए लकडाउन के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं दिख रहा है। जबकि नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने लकडाउन का विरोध करते हुए कहा कि इससे लोगों की परेशानी बढ़ सकती है और लोग विरोध में सड़क पर उतर सकते हैं। माना जा रहा है कि रविवार को सरकार कम से कम 15 दिन के लकडाउन का निर्णय कर सकती है। विपक्ष भी सरकार के इस निर्णय का समर्थन कर सकता है। मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे ने राज्य में कोरोना की बिगड़ती स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए शनिवार शाम सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। वीडियो कन्फ्रेंसिंग के जरिए बुलाई गई इस बैठक में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी के सभी प्रमुख नेताओं के अलावा नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने भी भाग लिया।
बैठक में मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि कोरोना की बिगड़ती स्थिति में इसकी चेन तोड़ने के लिए कठिन निर्णय लेने का वक्त आ गया है। अब लकडाउन के अलावा कोई और विकल्प नहीं दिख रहा है। इसलिए रविवार को टस्क फोर्स की बैठक में राज्य में कम से कम 15 दिन के लकडाउन का निर्णय किया जा सकता है। उद्घव के अनुसार, टीका लगने के बाद भी लोग संक्रमित हो रहे हैं। युवा पीढ़ी ज्यादा प्रभावित हो रही है। लकडाउन जरूरी नहीं है। लेकिन कोरोना की चेन तोड़ने के लिए अन्य देशों ने भी लकडाउन का विकल्प अपनाया है। इसलिए यहां भी इस समय लकडाउन की जरूरत है। पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस नेता अशोक चह्वाण ने सुझाव दिया कि सख्त पाबंदियां लगाते समय जरूरतमंद वर्ग का ख्याल रखा जाना चाहिए। साथ ही, सरकार द्वारा लिए गए निर्णय को जनता तक ठीक से पहुंचाया जाना चाहिए। ताकि भ्रम की स्थिति से बचा जा सके।
नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने लकडाउन जैसे किसी निर्णय का विरोध करते हुए कहा कि जनता व व्यापारियों की भावना का ख्याल रखा जाना चाहिए। पिछले साल लोगों का पूरा खराब हो चुका है। लोग बिजली के बिल तक नहीं भर पा रहे हैं। लोग जीएंगे कैसे ? फडणवीस ने सुझाव दिया कि कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट जल्द देने का प्रयास करना चाहिए। इससे कोरोना के विस्तार को रोका जा सकेगा। लेकिन माना जा रहा है कि राज्य की स्थिति सुधारने के लिए विपक्ष भी कुछ शर्तों के साथ सरकार के लकडाउन के निर्णय का समर्थन करने पर राजी हो जाएगा। इस संबंध में रविवार को होने वाली टास्क फोर्स की बैठक में निर्णय किया जा सकता है।
इस बीच, महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि सख्त प्रोटोकल के बावजूद बढ़ते कोरोना के मामलों के साथ आने वाले दिनों में हेल्थकेयर सिस्टम को अधिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है। मुख्यमंत्री रविवार को टास्क फोर्स के साथ बैठक करेंगे, जिसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। इधर, महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे में उच्च अधिकारियों के साथ कोविड परिस्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की। वहीं, महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख ने कहा कि सरकार लकडाउन से बचने की कोशिश कर रही है, इसलिए कड़े उपायों को लागू करने के लिए सप्ताहांत लकडाउन लागू किया गया था। लेकिन ऐसा लगता है कि नए कोरोना मामलों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। पार्टी के सभी प्रतिनिधियों ने एक बैठक की, जिसमें महामारी को रोकने की सभी संभावनाओं पर चर्चा की गई।