मेडिसिटी अस्पताल में स्टाफ नर्स की संदिग्ध हालत में मौत
रुद्रपुर। द मेडिसिटी अस्पताल के हॉस्टल में एक स्टाफ नर्स की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। पुलिस ने मौके से दो टूटी सीरिंज और इंजेक्शन बरामद किया है। घटनास्थल से एक सुसाइट नोट भी पुलिस ने बरामद किया है। पुलिस प्रारंभिक तौर पर इसे प्रेम प्रसंग के चलते आत्महत्या का मामला मान रही है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि मामले की विस्तृत जांच की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, हल्द्वानी निवासी प्रेमा(28) मेडिसिटी अस्पताल में नर्स के रूप में काम करती थी। वह अस्पताल के फोर्थ फ्लोर में बने हास्टल में रहती थी। पुलिस के मुताबिक, हॉस्टल के कमरे में उसके साथ दो अन्य नर्स भी रहती थीं। एक अपने घर गयी हुई थी जबकि दूसरी शिफ्ट ड्यूटी पर थी। जब शिफ्ट ड्यूटी वाली नर्स लौटी तो कमरे का दरवाजा खुला हुआ था और प्रेमा कमरे में अचेत पड़ी थी। उसने अस्पताल प्रबंधन को इसकी जानकारी दी। युवती के हल्द्वानी से पहुंचे भाई ने बताया कि सुबह अस्पताल से उसे फोन आया था कि उसकी बहन की तबीयत बिगड़ गयी है। सुबह करीब 11 बजे वह यहां पहुंचा तो उसे मोरचरी में ले जाया गया। उसकी बहन की तब तक मौत हो चुकी थी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस का कहना था उन्हें दिन में करीब एक बजे अस्पताल से मेमो आने पर घटना की जानकारी हुई। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया। एसएसआई भुवन जोशी ने बताया कि पुलिस ने दो टूटे हुई सीरिंज और एक इंजेक्शन घटनास्थल से बरामद किया है। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। प्रारंभिक तौर पर मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। परिजनों ने भी पुलिस से मामले की विस्तृत जांच की मांग की है।
रात को कॉल कर प्रेमा ने कहा था, कल आऊंगी घर
प्रेमा ने दिन में अपने भाई से भी की थी बात
चंद घंटों में प्रेमा की मौत ने खड़े किए कई सवाल
रुद्रपुर। वरिष्ठ संवाददाता हल्द्वानी निवासी प्रेमा ने मंगलवार दिन में अपने भाई और रात को अपने भतीजे को फोन कर बुधवार को घर आने की बात कही थी। ऐसे में रात और सुबह के दरिम्यान ऐसा क्या हुआ कि प्रेमा की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। पुलिस ने प्रारंभिक पड़ताल में इसे आत्महत्या का मामला माना है। पुलिस को मिले सुसाइड नोट में उसने अपने एक दोस्त का भी जिक्र है। परिजनों के मुताबिक, सुसाइड नोट में प्रेमा ने युवक पर उसके साथ मारपीट करने और खुद के डिप्रेशन में होने की बात कही है। परिजनों के मुताबिक, युवक भी अस्पताल में ही काम करता था। परिजनों ने कहना था कि एक युवक उनके घर कुछ समय पहले आया था। उसने प्रेमा से शादी करने की बात कही थी। परिजनों ने उसके बारे में कुछ भी जानकारी न होने के चलते इस मामले में कोई जबाव नहीं दिया था। भाई का कहना था कि युवक का नाम तक स्पष्ट नहीं हो रहा था। ऐसे में शादी जैसा अहम फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया जा सकता था। उनकी बहन अभी पढ़ाई भी कर रही थी। वहीं उनका कहना था कि सुसाइड नोट में प्रेमा ने अस्पताल में इसी युवक पर उससे मारपीट करने की बात भी लिखी है। परिजनों ने मामले की विस्तृत जांच की मांग की है। पुलिस मामले को प्रेम प्रसंग से जुड़ा मान रही है। पुलिस के मुताबिक, मौके से दो टूटी सीरिंज और एक इंजेक्शन बरामद हुआ है। ऐसे में दो सीरिंज का टूटना भी कई सवाल पैदा कर रहा है। जिस युवक का सुसाइड नोट में जिक्र है वह कौन है और कहां है, यह पुलिस की जांच का अहम तथ्य होगा।
ग्वालियर से जेएनएम कर रही थी प्रेमा
परिजनों ने बताया कि प्रेमा मेडिसिटी अस्पताल में करीब तीन साल से काम कर रही थी। वह ग्वालियर से जेएनएम का कोर्स भी कर रही थी। हाल में ही वह परीक्षा देकर लौटी थी। रक्षा बंधन पर वह हल्द्वानी अपने घर भी आयी थी। उसके भाई ने बताया कि प्रेमा ने मंगलवार सुबह उनसे बात की थी। भाई का कहना था कि प्रेमा ने युवक से शादी की बात कही थी। इस पर उन्होंने कहा था कि अभी वह पढ़ाई कर रही है, पढ़ाई पर ध्यान लगाए। इस पर वह मान गई थी। शाम को प्रेमा ने अपने भतीजे से भी बात की। इसमें उसने बुधवार को घर आने की बात कही थी।
पुलिस ने मौके पर फॉरेंसिक टीम को नहीं बुलाया
इस पूरे मामले में प्रोफेशनल पुलिसिंग भी नहीं दिखी। पुलिस ने फॉरेसिंक टीम को मौके पर नहीं बुलाया। दो सीरिंज के टूटने और मौके पर इंजेक्शन मिलने, दरवाजा खुला होने जैसे कई तथ्य इस पूरे मामले को संदिग्ध भी बना रहे हैं। ऐसे में अगर मौके पर फॉरेसिंक टीम आती तो पुलिस की आगे की जांच में मदद मिल सकती थी। हालांकि, पुलिस ने मौके से बरामद वस्तुओं को सील कर दिया है। एसएसआई भुवन जोशी का कहना था कि मामले की जांच के लिए जो भी जरूरी होगा, उसके लिए पुलिस नियमानुसार प्रक्रिया अपनाएगी।