कोटद्वार-पौड़ी

खानपान में जहयरीखाल की सुनीता व रानीखेत के विशाल और लोकगीत में ऋषिकेश की अजंलि ने मारी बाजी 

Spread the love
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। डॉ. पिताम्बर दत्त बड़थ्वाल हिमालयन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब के तत्वावधान में विरासत अपना उत्तराखंड-अपनी संस्कृति विषय पर एक श्रृंखलाबद्ध ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। खानपान (व्यंजन) प्रतियोगिता में शिवानी नेगी बीए राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल, विशाल चंद्र फुलारा एमए संगीत,राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत, लोकगीत प्रतियोगिता में अंजली भट्ट बीए राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
19 जुलाई से 8 अगस्त तक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रथम सप्ताह हेतु त्योहार व वेशभूषा, द्वितीय सप्ताह हेतु लोकनृत्य व लोक कला और तृतीय सप्ताह में लोकगीत और खानपान विधा का चयन किया गया। क्लब के समन्वयक डॉ. महन्थ मौर्य ने बताया कि पिछले दो सप्ताह की तरह इस सप्ताह भी उत्तराखंड के कई महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। खानपान (व्यंजन) प्रतियोगिता में शिवानी नेगी बीए राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल, विशाल चंद्र फुलारा एमए संगीत,राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत ने संयुक्त रूप से प्रथम, पंकज बेलवाल बीए यूओयू, विशाल चंद्र भट्ट एमए राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत ने संयुक्त रूप से द्वितीय और आंचल भंडारी एमएससी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। लोकगीत प्रतियोगिता में अंजली भट्ट बीए राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश प्रथम, निकिता बीए राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर देहरादून द्वितीय, आंचल सकलानी बीए राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश और संतोषी अधिकारी बीए राजकीय महाविद्यालय लोहाघाट ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया।
प्रतियोगिता की संयोजक डॉ. सीमा चौधरी ने कहा कि देश की विविधता में एकता को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की योजना ‘देखो अपना देश’ के अंतर्गत एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब के माध्यम से छात्र-छात्राओं में उत्तराखंड की संस्कृति के प्रति जागरूकता उत्पन्न में इस प्रकार की प्रतियोगिता अहम भूमिका निभायेगी। क्लब के संयोजक/आयोजन सचिव डॉ. संजीव कुमार ने बताया  कि आगे भी क्लब के माध्यम से प्रतियोगिताओं का आयोजन राज्य और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किया जायेगा। प्राचार्य प्रो. जानकी पंवार ने कहा कि आज हमारा युवा वर्ग पाश्चात्य संस्कृति की तरफ भाग रहा है, जिसके दुष्परिणाम देखने को मिल रहे हैं। कोविड-19 की इस महामारी में जहां अमेरिका  जैसे विकसित देश में  अपार जन धन की हानि हो रही है वहीं भारत की संस्कृति, आयुर्वेद, योग, खानपान आदि प्राचीन व्यवस्थाओं के कारण हम इस कोविड-19 से लड़ने में सक्षम रहे हैं। इसलिए आवश्यकता है कि आज का युवा वर्ग अपनी संस्कृति से जुड़ा रहे। विरासत अपना उत्तराखंड अपनी संस्कृति कार्यक्रम में उत्तराखंड के राजकीय महाविद्यालयों के साथ-साथ कई विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भी प्रतिभाग किया जो यह दर्शाता है कि आज का युवा वर्ग भी अपनी संस्कृति के साथ जुड़ा हुआ है। आयोजन समिति/निर्णायक मंडल में डॉ. सुनीता नेगी, डॉ. शोभा रावत, डॉ. मुकुल कुमार और क्लब के सदस्य डॉ. प्रीति रानी, डॉ. अमित जायसवाल, डॉ. लता कैड़ा, डा.ॅ विनोद सिंह, डॉ. किशोर चौहान, डॉ. तनु मित्तल आदि शामिल थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!