विद्यार्थियों को लैंगिक समानता और डिजिटल संवेदनशीलता के प्रति जागरूक किया

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हरिद्वार। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया राहटकर ने गुरुवार को कहा कि हम एक ऐसे दौर में हैं, जहां तकनीक हमारी शक्ति बन सकती है। आज की नारी हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही है, लेकिन इसके साथ ही उसे नए प्रकार के खतरों का भी सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता कोई सामाजिक आंदोलन मात्र नहीं है, यह जीवन जीने का तरीका है। विजया राहटकर गुरुवार को डिवाइन कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज श्यामपुर में राष्ट्रीय महिला आयोग, राज्य महिला आयोग और फ्यूचर शिफ्ट लैब्स की ओर से एआई, लैंगिक संवेदनशीलता और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर जागरूकता कार्यक्रम में बोल रही थी। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को लैंगिक समानता, कृत्रिम बुद्धिमत्ता के नैतिक प्रयोग, साइबर सुरक्षा और डिजिटल संवेदनशीलता के प्रति जागरूक करना है।

 

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