जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर गढ़वाल। मांगों को लेकर गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने सोमवार से धरना शुरू कर दिया। विवि प्रशासनिक कार्यालय परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार पर पहले दिन विवि कर्मचारी संगठन के महासचिव रविन्द्र सिलवाल और पूर्व अध्यक्ष भारत रावत के नेतृत्व में कर्मचारी दिनभर धरने पर रहे।
आंदोलित कर्मचारियों का कहना है कि विश्वविद्यालय के लिपिक कर्मचारियों के साथ भारी अन्याय हुआ है। रेशनलाइजेशन में उन्हें कोई लाभ नहीं मिला, जबकि विश्वविद्यालय की सेवा में उन्हें 20-22 साल से भी अधिक हो चुका है। विवि कर्मचारी संघ के महासचिव रविन्द्र्र सिलवाल ने कहा कि 1994 में नियमित हुए सभी लिपिक कर्मियों के पदों को केंद्रीय विवि बनने की तिथि 15 जनवरी 2009 से यूडीसी के पदों में परिवर्तित किए जाने की मांग को विश्वविद्यालय लगातार अनदेखी कर रहा है, जिससे लिपिक कर्मियों के साथ भारी अन्याय हुआ है। सिलवाल ने कहा कि जरूरत पड़ने पर आंदोलन को उग्र भी किया जा सकता है। एमटीसी कर्मचारियों की डीपीसी भी तत्काल कराई जानी चाहिए। नियत वेतन पर कार्यरत कर्मचारियों को पदोन्नति के पश्चात रिक्त हुए पदों के सापेक्ष तत्काल नियमित भी किया जाए। सोमवार को कृष्ण सिंह मियां, भारत रावत, महेंद्र गुसाई, गजपाल रावत, रविन्द्र सिलवाल और पौड़ी परिसर की यशोदा गैरोला के साथ ही अन्य कई लिपिक कर्मी भी धरने पर बैठे।