मनरेगा के कार्यों में लापरवाही बरतने पर डीपीओ भटवाड़ी-चिन्यालीसौड़ को नोटिस जारी
उत्तरकाशी। ग्राम्यविकास विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी मनरेगा के कार्यों में लापरवाही बरतने पर उप कार्यक्रम अधिकारी चिन्यालीसौड़ और भटवाड़ी को सेवा समाप्ति की चेतावनी देते हुए अगले 48 घंटे में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। स्पष्ट और संतोषजनक जवाब नहीं देने पर दोनों की सेवा समाप्ति करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिए हैं। मंगलवार को जिला सभागार में डीएम मयूर दीक्षित ने ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें उन्होंने मनरेगा कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले के विकास और योजनाओं का धरातलीय स्वरूप देने के लिए खंड विकास अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए सभी बीडीओ और अधीनस्थ कार्मिक अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं। डीएम ने मनरेगा के अंतर्गत मैनडेज, कोविड-19 के कारण अपने घरों को लौटे प्रवासियों को रोजगार देने, विकासखंडवार कार्य पूर्ति दर, श्रमिकों के भुगतान, जीओ टैग, एफटीओ रिजनरेशन एवं खाते सुधारीकरण, एनआरएलएम, जीआईएस प्लान आदि की समीक्षा की। उन्होंने बीडीओ भटवाड़ी से ब्लॉक में संचालित योजनाओं की जानकारी नहीं होने तथा एफटीओ रिजनरेशन एवं खाते सुधारीकरण के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर प्रतिकूल प्रविष्टि देने के लिए चेतावनी पत्र जारी करने के निर्देश सीडीओ को दिए। वहीं बीडीओ चिन्यालीसौड़ को वर्ष 2018-19 के 21 अपूर्ण कार्य को पूर्ण नहीं करवाने पर अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने के निर्देश सीडीओ को दिए। उन्होंने बैठक में डीपीओ चिन्यालीसौड़ स्तर से मनरेगा श्रमिकों का समय से भुगतान नहीं करने पर उनकी वेतन से मजदूरी भुगतान करने के निर्देश वीडीओ को दिए। बैठक में प्रभारी जिला विकास अधिकारी विमल कुमार ने बताया कि जिले में मनरेगा के अन्तर्गत सितम्बर तक करीब 16 लाख मैनडेज लक्ष्य के सापेक्ष 14 लाख मैनडेज पूर्ण कर लिए गए है। तथा 474 परिवार ऐसे है जिन्हें 100 दिन का रोजगार दिया गया है। कहा कोरोना के कारण लौटे प्रवासियों को भी मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया गया। अप्रैल के बाद 4145 प्रवासियों के नए जॉब कार्ड बनाए गए हैं तथा वर्तमान में भी नए जॉब कार्ड बनाये जा रहे हैं। मनरेगा के अन्तर्गत 9564 प्रवासियों को रोजगार मुहैया करवाया गया हैं।