एसटीपी के निरीक्षण में मिलीं कई खामियां, मंडलायुक्त नाराज
काशीपुर। मंडलायुक्त दीपक रावत ने शुक्रवार को नमामि गंगे योजनांतर्गत बन रहे 10 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट(एसटीपी) का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान कई खामियां पाए जाने पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए कंपनी पर जुर्माना लगाने के दिए निर्देश अधीक्षण अभियंता मृदुला सिंह को दिए। मंडलायुक्त ने गुणवत्ता परीक्षण हेतु पानी में रखे गए कंक्रीट निर्मित क्यूब मिट्टी में दबे होने पर की सख्त नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अपने सामने ही जेसीबी से मिट्टी हटवाकर क्यूबस को देखा। क्यूब्स के परीक्षण आदि के बारे में विस्तार से रजिस्टर से मिलान किया। पानी से अलग रखे हुए क्यूब्स की अपने सामने गुणवत्ता परीक्षण कराया, जिसमें सभी चिह्नित क्यूब (2 क्यूब) गुणवत्ता परीक्षण में फेल हो गए। मंडलायुक्त ने पानी में रखे गए सभी क्यूब का जीबी पंत षि एवम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से कराने के दिए निर्देश दिए। उन्होंने कम्पनी के इंजीनियरों द्वारा सही प्रकार से और साइंटिफिक जवाब न देने पर कम्पनी के इंजीनियरों की डिग्री एवम डिप्लोमा की भी जांच कराने के दिए निर्देश। उन्होंने सभी प्रोजेक्ट्स पर कार्य कर रहे कंपनी के इंजीनियरों की डिग्री तथा डिप्लोमा की छाया प्रतियां निर्माणाधीन साइड्स पर रखवाने के भी निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए की गुणवत्ता के साथ किसी भी दशा में समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता परीक्षण से संबंधित रजिस्टर, अन्य लैब्स से प्राप्त रिपोर्ट्स का भी गहनता से अवलोकन किया। उन्होंने अनटेस्टेड क्यूब्स, रिसीविंग तथा मेकेनिकल चौंबर, घोघा नाले आदि का गहनता से निरीक्षण करते हुए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
ये रहे मौजूदरू निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता मृदुला सिंह, संयुक्त निदेशक अर्थ एवम संख्या राजेंद्र तिवारी, अधिशासी अभियंता ज्योति पालनी, जिला सूचना अधिकारी अहमद नदीम, कंपनी के साइट मैनेजर मनीष, जूनियर इंजीनियर वसीम खान आदि उपस्थित थे।