मसालों से लेकर त्वचा की बीमारियों में बेहद उपयोगी है लाईकेन

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पिथौरागढ़। हिमनगरी में स्थित देश के पहले लाईकेन पार्क में कार्यशाला हुई, जिसमें देश के कई वैज्ञानिक शामिल हुए। उन्होंने छात्रों व स्थानीय लोगों को लाइकेन का महत्व बताया। वैज्ञानिकों के मुताबिक लाईकेन मसालों से लेकर त्वचा की बीमारियों के लिए बेहद उपयोगी है। कहा लाईकेन पर शोध करने के लिए मुनस्यारी बेहतर स्थान है। मुनस्यारी स्थित लाईकेन पार्क में वन अनुसंधन रेंज पिथौरागढ़ की तरफ से लाईकेन के महत्व व संवर्धन विषय पर कार्यशाला हुई, जिसका शुभारंभ एसडीओ नवीन चंद्र पंत ने किया। कार्यशाला में लखनऊ के लाईकेन विशेषज्ञ डॉ. डीके उप्रेती, एमेरिटस वैज्ञानिक डॉ. संजीव नायका, सहित कई वैज्ञानिक शामिल रहे। एसडीओ पंत ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया। डॉ. उप्रेती ने कहा कि लाईकेन का उपयोग मसालों व त्वचा संबंधी बीमारी में किया जाता है। कहा लाईकेन के बारे में शोध करने के लिए मुनस्यारी से बेहतर स्थान कोई नहीं है। डॉ. नायका ने देश की जैव विविधता के बारे में कार्यक्रम में शामिल छात्राओं से नई जानकारी साझा की। उन्होंने मुनस्यारी व उसके आसपास जैव विविधता संरक्षण को जरूरी बताया। पिथौरागढ़ वन अनुसंधान के क्षेत्राधिकारी शैलेश घिल्डियाल ने बताया कि देश के पहले लाईकेन पार्क को मुख्य वन संरक्षक संजीव चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है। कहा यह सीमांत जिले को विशिष्ट पहचान देता है।

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