नगर निगम सेनेटाइजेशन में मस्त, चेंबरों की हालत पस्त
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम कोटद्वार का सारा ध्यान सेनेटाइजेशन पर लगा हुआ है। सेनेटाइजेशन के अलावा अन्य समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिस कारण शहर में समस्याएं बढ़ती जा रही है। निगम के वार्ड नंबर चार गाड़ीघाट के मुख्य तिराहे पर नाले का क्षतिग्रस्त चेंबर लोगों के लिए मुसीबत का कारण बना हुआ है। पिछले 20 दिन से चेंबर क्षतिग्रस्त हो रखा है, लेकिन नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। निगम की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
ज्ञातव्य हो कि गाड़ीघाट में बरसाती पानी सहित नाली के पानी निकासी न होने के कारण पानी सड़क पर ही खुले में बहता रहता था। बरसात के समय गंदा पानी लोगों के घरों में भी घुस जाता था। जिस कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। स्थानीय जनता की मांग पर प्रशासन ने बरसात के पानी और नाली के पानी की निकासी के लिए गाड़ीघाट में सड़क के बीच में अंडर ग्राउंड नाला बनाया गया। नाले की सफाई के लिए गाड़ीघाट तिराहे पर लोहे का जाल बनाया गया। इस तिराहा से हर समय वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। यहां से भारी वाहन भी गुजरते है। भारी वाहनों के कारण नाले के ऊपर लगा जाला कई बार क्षतिग्रस्त हो चुका है। वर्तमान में पिछले 20 दिनों से गाड़ीघाट तिराहे पर नाले के ऊपर बनाया हुआ चेंबर क्षतिग्रस्त हुआ रखा है, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। गाड़ीघाट निवासी महेश का कहना है कि सड़क पर चैंबरों के क्षतिग्रस्त ढक्कन के कारण दुर्घटनाएं होना तय है। नगर निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए। जिस तरह क्षतिग्रस्त चैबरों को लेकर शासन-प्रशासन मूक दर्शक बना बैठा है। इसे देख यही लगता है कि शासन-प्रशासन को बड़ी दुर्घटना का इंतजार है। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा का कहना है कि चेंबर की मरम्मत के लिए नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।