उत्तरकाशी : बदरीनाथ-केदारनाथ धाम की तर्ज पर यमुनोत्री में मास्टर प्लान बनाने की मांग उठी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुनोत्री धाम की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए मास्टर प्लान जरूरी है। मुख्यमंत्री को इस संबंध में ज्ञापन भेजा गया। सामाजिक कार्यकर्ता महावीर पंवार के नेतृत्व में क्षेत्र के युवाओं ने उपजिलाधिकारी बड़कोट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज 16 बिंदुओं पर यमुनोत्री धाम में कार्य करने की जरूरत बताई है। इसमें धाम में पुल निर्माण, शौचालय, फ्लाई ओवर, पौराणिक कुंडो का सौंदर्यीकरण, नाली निर्माण, जानकी चट्टी और यमुनोत्री में पशु चिकित्सालय बनाने, पैदल मार्ग चौड़ीकरण के काम शामिल हैं। ज्ञापन में कहा कि यमुनोत्री धाम को केदारनाथ की तर्ज पर मास्टर प्लान के तहत विकसित करने को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि कई साल से मांग कर रहे हैं। आरोप है कि हर बार इस मांग की उपेक्षा हो रही है। शासन को कई बार मंदिर समिति, पंडा-पुरोहित समाज के प्रतिनिधिमंडल ने यमुनोत्री की समस्याओं को बताया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुनोत्री धाम को केदारनाथ की तरह विकसित करने से श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल पाएंगी। इससे धाम में श्रद्धालु भी अधिक पहुंचेंगे। स्थानीय बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। ज्ञापन में प्रदेश और केंद्र सरकार से केदारनाथ की तर्ज पर कालिंदी पर्वत पर स्थित चारों धाम में प्रथम धाम यमुनोत्री को भी विकसित करने की मांग करते हुए जल्द मास्टर प्लान तैयार करने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालों में जिला पंचायत सदस्य आनंद राणा, महावीर पंवार, अरविन्द रावत, भगवती बिजल्वाण, नितिन चौहान, विपिन चौहान, प्रहलाद रावत, दलवीर चंद सहित कई लोग शामिल रहे। (एजेंसी)