माता सीता की स्मृतियों से संबंधित प्राचीन स्थल होगें विकसित
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। प्रदेश के मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट माता सीता सर्किट को लेकर रविवार को सर्किट हाउस पौड़ी में सूर्य नारायण बाबूलकर महाधिवक्ता (एडवोकेट जनरल) मा. उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड नैनीताल/अध्यक्ष माता सीता लोक न्यास ने पौड़ी विधायक मुकेश कोली, जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे एवं संबंधित अधिकारियों के साथ पहली बैठक की।
अध्यक्ष ‘‘माता सीता लोक न्यास‘‘ एसएन बाबूलकर ने कहा कि सीता सर्किट के विकास को लेकर सरकार द्वारा माता सीता लोक न्यास की स्थापना की गई है और समिति भी बनाई गई, जिसमें अभी और सदस्यों को जोड़ा जाना है। सीता सर्किट का विकास केन्द्र एवं राज्य सरकार के सहयोग से पूर्ण किया जाना है। माता सीता सर्किट के डेवल्प होने के बाद धार्मिक मान्यता के साथ-साथ पयर्टन में भी इसका महत्व बढ़ जायेगा। उन्होंने कहा कि माता सीता की स्मृतियों से संबंधित प्राचीन स्थलों को विकसित किया जायेगा, साथ ही सीता सर्किट में पड़ने वाले क्षेत्रों का भी विकास किया जायेगा। ऐसे अवसर भी उपलब्ध कराये जायेंगे, जिससे विकास के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि मंदिर पुननिर्माण का कार्य प्राचीन पहाड़ी नागर शैली के अनुरूप किये जाने पर बल दिया जायेगा। सीता सर्किट को विकसित करने का उद्देश्य लोकमान्यता एवं आस्था को बरकरार रखने के साथ-साथ पर्यटन एवं तीर्थाटन को बढ़ावा देना है।
पौड़ी विधायक मुकेश कोली ने सुझाव दिया कि स्थानीय स्तर पर भी जन सहभागिता से एडवाईजरी कमेटी गठित की जाय, जिसमें स्थानीय स्तर के सक्रिय व्यक्ति/विद्धानों को शामिल किया जाय। उन्होंने कहा कि मंदिर के लिए प्रत्येक घर से एक मुट्ठी मिट्टी, 4/6 का पटाल तथा श्रद्धानुसार सहयोग राशि दी जायेगी। सभी कार्य पहाड़ी शैली के अनुरूप होने चाहिए। जिलाधिकारी डॉ. जोगदण्डे ने कहा कि रूट चार्ट के तहत रघुनाथ मंदिर देवप्रयाग-विद्याकोटी-सीताकोटी-मुछयाली-जमलाखाल-घुड़दौड़ी-खौलाचोरी-सल्डा-खौलाचोरी-फलस्वाड़ी शामिल होगा। बैठक में पौड़ी नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम, ब्लॉक प्रमुख पौड़ी दीपक खुगशाल, कोट पूर्णिमा नेगी, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, अपर जिलाधिकारी डॉ. एसके बरनवाल, उप जिलाधिकारी एसएस राणा, मुख्य कोषाधिकारी लखेन्द्र गौंथियाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, तहसीलदार एचएन खण्डूड़ी, अधि.अभि. विद्युत अभिनव रावत, मुख्य प्रोटोकॉल अधिकारी चन्द्रशेखर दुमका, मण्डल अध्यक्ष धर्मवीर सिंह नेगी, अनिल जोशी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।