उत्तराखंड

मंत्री गणेश जोशी ने मसूरी के पेयजल संकट को दूर करने हेतु 144 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन योजना की समीक्षा की

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देहरादून। मसूरी में फरवरी माह से पेयजल संकट लगभग दूर होने की उम्मीद है। यमुना-मसूरी पेयजल पंपिंग योजना का लोकापर्ण इसी माह होने जा रहा है। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने शुक्रवार को र्केप कार्यालय में मसूरी के पेयजल संकट को दूर करने के लिए 144 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन योजना की समीक्षा की। जल संस्थान के अफसरों ने बताया कि यमुना से लेकर राधा भवन (मसूरी) तक जल निगम से संबंधित सभी कार्य लगभग पूर्ण हो गए हैं। बिजली विभाग के अफसरों का कहना था कि 14 जनवरी तक सब स्टेशन व अन्य काम पूर्ण कर लिए जाएंगे।
जोशी ने बिजली विभाग के अधिकारियों को सभी कार्यों को तेजी लाने के निर्देश दिए। कहा कि योजना से निर्माण से संबंधित जल संस्थान, जल निगम, पेयजल तथा बिजली विभाग के अफसर आपसी समन्वय बनाकर निर्माण से संबंधित लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा कर लें। कहा कि केंद्र की महत्वाकांक्षी यमुना-मसूरी पेयजल पंपिंग योजना का फरवरी माह के पहले हफ्ते लोकार्पण किया जाना है।
मसूरी को अभी सात एमएलडी पानी उपलब्ध हो रहा है। इस योजना के पूरी तरह से शुरू होने के बाद 11़7 एमएलडी पानी उपलब्ध होगा, जिससे आने वाले 30 से 35 वर्षों तक मसूरी में पानी की कमी का संकट भी दूर होगा। उन्होंने अफसरों को विधानसभा क्षेत्र की सीएम घोषणा के अंतर्गत कार्यों को भी प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में एमडी पेयजल एससी पंत, मुख्य अभियंता यूपीसीएल एमआर आर्य, मुख्य अभियंता गढ़वाल संजय सिंह, अधिसाशी अभियंता जल निगम सचिन कुमार, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम कचन रावत, अधीक्षण अभियंता विद्युत यांत्रिक प्रवीण आदि मौजूद रहे।

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